हमीरपुर 13 अक्तूबर। उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के अध्यक्ष हेमराज बैरवा ने कहा है कि किसी भी तरह की आपदा या आपात परिस्थिति से निपटने के लिए पहले से ही आवश्यक प्रबंध एवं तैयारियां होनी चाहिए। तभी हम वास्तव में आपदा आने पर बचाव एवं राहत कार्यों को बेहतर ढंग से अंजाम दे सकते हैं। शुक्रवार को आपदा जोखिम न्यूनीकरण हेतु अंतर्राष्ट्रीय दिवस (आईडीडीआरआर) के उपलक्ष्य पर उपायुक्त कार्यालय परिसर में आयोजित मॉक ड्रिल के बाद अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए एक सुनियोजित एवं प्रभावी योजना होनी आवश्यक है। डीडीएमए और सभी सरकारी विभागों के कार्यालयों एवं संस्थानों ने भी अपने-अपने स्तर पर आपदा प्रबंधन प्लान बनाए हैं, जिनमें अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जिम्मेदारियां निर्धारित की गई हैं। इन प्लान और आपदा से निपटने की तैयारियों की समय-समय पर समीक्षा एवं आकलन के लिए मॉक ड्रिल्स बहुत जरूरी होती हैं।
उपायुक्त ने बताया कि आपदा जोखिम न्यूनीकरण हेतु अंतर्राष्ट्रीय दिवस (आईडीडीआरआर) के अंतर्गत प्रदेश भर में एक अक्तूबर से 15 अक्तूबर तक चलाए जा रहे समर्थ-2023 अभियान के तहत जिला हमीरपुर में भी कई गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। उन्होंने बताया उपायुक्त कार्यालय परिसर के अलावा जिले भर में विभिन्न शिक्षण संस्थानों और अन्य परिसरों में भी होमगार्ड्स और अग्निशमन के दल ने मॉक ड्रिल्स करके विद्यार्थियों व अन्य लोगों को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरुक किया है। इसके अलावा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग से संबद्ध सांस्कृतिक दलों के माध्यम से भी जागरुकता अभियान चलाया गया है। अधिकारियों-कर्मचारियों और निर्माण कार्यों से जुड़े कामगारों के लिए भी कार्यशालाएं आयोजित की गई हैं। उपायुक्त ने अधिकारियों-कर्मचारियों से कहा कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में आपदा प्रबंधन प्लान के अनुसार सभी संसाधनों एवं प्रबंधों की नियमित रूप से समीक्षा करके इन्हें अपडेट करते रहें।
इससे पहले होमगार्ड्स एवं अग्निशमन विभाग के बचाव दल ने उपायुक्त कार्यालय भवन में बचाव कार्यों से संबंधित मॉक ड्रिल की, जिसका संचालन होमगार्ड्स की दसवीं वाहिनी के कमांडेंट सुशील कुमार ने किया। इस अवसर पर एडीसी मनेश कुमार, एसडीएम मनीष कुमार सोनी और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
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