ऊना, 26 अप्रैल। जनता व प्रशासन के मध्य विश्वास की डोर को नई मजबूती देने वाले एक प्ररेक प्रसंग में उपायुक्त ऊना जतिन लाल जिले के एक किसान से किए अपने वादे को निभाने उनके खेतों में पहुंचे। उन्होंने वहां ना केवल किसान विजय कुमार का हौंसला बढ़ाया बल्कि आगे बढ़कर कर कार्य में उनका हाथ भी बंटाया। बता दें, ऊना जिले के हरोली के किसान विजय कुमार प्राकृतिक खेती करते हैं। डीसी जतिन लाल आतमा परियोजना में प्राकृतिक खेती के कार्यों के अवलोकन के लिए एक औपचारिक दौरे में अप्रैल महीने के पहले हफ्तेे हरोली गए थे। तब उन्होंने वहां विजय के खेतों का भ्रमण करते हुए उनसे गेहूं की फसल की थ्रेसिंग के समय फिर से आने का वादा किया था। अपने इस वादे को निभाते हुए जतिन लाल शुक्रवार को विजय कुमार के यहां हरोली पहुंचे। इस दौरान आतमा परियोजना के ऊना जिले के निदेशक विरेंद्र बग्गा तथा उप निदेशक शामली गुप्ता तथा मृदा परीक्षण अधिकारी दीपिका भाटिया भी उनके साथ थे।
उपायुक्त ने इस दौरान गेहूं की थ्रेसिंग की पूरी प्रक्रिया देखी-समझी तथा खुद इसमें हाथ भी बंटाया। उन्होंने विजय कुमार के प्राकृतिक खेती के प्रयासों की सराहना की तथा वहां अन्य प्राकृतिक खेती फसलों की बुआई की जानकारी लेने के साथ ही इसमें उपयोग होने वाले जीवामृत को बनाने की विधि भी जानी। विजय कुमार करीब 55 कनाल भूमि पर प्राकृतिक खेती करते हैं। इसमें वे प्राकृतिक विधि से केमिकल मुक्त मिश्रित खेती करते हैं तथा परंपरागत फसलों के साथ साथ नगदी फसलें उगाते हैं।
इस अवसर पर उपायुक्त ने आतमा परियोजना के अधिकारियों को जिले में प्राकृतिक खेती में अच्छा काम कर रहे किसानों के लिए ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि किसानों की समस्याओं का खेतों में की समाधान किया जाए। उल्लेखनीय है कि ऊना जिले में लगभग 8 हजार किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं।
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