कुल्लू। ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क साईं रोपा कुल्लू में आयोजित वर्ल्ड हेरिटेज उत्सव में पारंपरिक परिधानों की झलक दिखी। हिमाचल प्रदेश वन विभाग की वाइल्ड लाइफ विंग द्वारा आयोजित इस उत्सव में जाइका वानिकी परियोजना से जुड़े विभिन्न स्वयं सहायता समूहों ने पारंपरिक वस्त्रों की बिक्री के लिए स्टॉल लगाए। जिसमें किन्नौरी और कुल्लवी शॉल, स्टाल, टोपियां, मफलर और बेबी सेट उपलब्ध थे। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने जाइका वानिकी परियोजना और विभिन्न स्वयं सहायता समूहों की मेहनत की सराहना की। सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि जाइका परियोजना के तहत प्रदेश के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों को आजीविका कमाने का बेहतर मौका मिल रहा है और परियोजना के कार्य काफी सराहनीय हैं। मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि हमारे ग्रामीण समाज को वनों से प्राप्त होने वाली ये सेवाएं दीर्घकाल तक सतत् रूप से प्राप्त होती रहें, इसके लिए जन सहभागिता अति आवश्यक है। सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश जाइका वानिकी परियोजना के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ आजीविका सुधार की यह किरण विकास कार्यों को और अधिक रोशन करेगी। इस मौके पर पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ अमिताभ गौतम, सीएफ कुल्लू संदीप शर्मा, डीएफओ बंजार मनोज कुमार, डीएफओ ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क सचिन शर्मा, डीएफओ वाइल्ड लाइफ कुल्लू राजेश शर्मा, जाइका वानिकी परियोजना और वन विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
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हैंडलूम सेक्टर में परियोजना कर रही बेहतर कार्य
जाइका वानिकी परियोजना हैंडलूम सेक्टर में बेहतरीन कार्य कर रही है। परियोजना से जुड़े विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से तैयार हो रहे हथकरघा एवं बुनकर उत्पादों को नई पहचान मिल रही है। कुल्लू जिले में 106 स्वयं सहायता समूह हैंडलूम सेक्टर से जुड़ हैं, जिनमें 72 ग्रुप एक्टिव तरीके से काम कर रहे हैं। यह परियोजना विभिन्न स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की ब्रांडिंग के लिए का कर रही है। हिम ट्रेडिशन नामक ब्रांड से उत्पादों की ब्रिकी की जा रही है।
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