मेले हमारी संस्कृति की पहचान – विक्रमादित्य सिंह

Read Time:3 Minute, 15 Second

शिमला 30 जून –

बालूगंज वेलफेयर सोसाइटी शिमला की ओर से रविवार को दंगल मेले का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री  विक्रमादित्य सिंह ने बतौर मुखातिथि शिरकत की।

उन्होंने कहा कि मेले हमारी संस्कृति की पहचान है। दंगल की शुरुआत बालूंगज में वर्ष 1969 से लगातार हो रही है। यहां पर देश के नामी पहलवान आए थे। 

आज प्रदेश में नशे की गिरफ्त में आ रही युवा पीढ़ी के लिए खेल बहुत ही आवश्यक है। इस तरह के आयोजनों से जहां प्रतिभागी युवाओं को मंच मिलता है वहीं पहलवानों को प्रोत्साहन मिलता है।

प्रेशराइज्ड पेयजल की आपूर्ति से होगा पानी की समस्या का समाधान

उन्होंने कहा कि शिमला में पेयजल की समस्या के समाधान के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के समय 1200 करोड़ रुपए की परियोजना बनाई गई थी। इसी के तहत पीटर हाफ में स्टोरेज टैंक बन कर तैयार हो चुका है। कुछ ही समय में यहां से प्रेशराइज्ड पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। इस परियोजना से शुद्ध पानी के लिए अलग से व्यवस्था की गई है।

मैदान में सीढ़ियों के निर्माण के लिए 5 लाख देने और हाइ मास्क लाइटें लगाने की घोषणा

इस दौरान उन्होंने बालूंगज वार्ड और खेल मैदान में सीढ़ियों के निर्माण के लिए विधायक निधि पांच लाख रुपए देने की घोषणा की। इसके साथ ही वार्ड के भीतर सड़कों की अपग्रेडेशन भी की जाएगी।

दंगल मेला आयोजन समिति को 31 हजार रुपए देने की घोषणा की।

उन्होंने कहा कि मैदान के साथ लगती भूमि के बारे में जो दिक्कतें पेश आ रही है उन्हें शीघ्र ही उनका समाधान कर लिया जाएगा। इसके साथ ही इस मैदान में हाइ मास्क लाइट लगाई जाएगी, इसके लिए जल्द ही अनुमानित लागत प्रस्ताव बनाया जाएगा ताकि रात को खिलाड़ी खेल सकें।

बालूगंज वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष राजीव ठाकुर ने मुख्यथिति और अन्य अतिथियों को सम्मानित किया।

यह भी रहे उपस्थित

इस अवसर नगर निगम शिमला आयुक्त भूपिंदर अत्री, एस जे वी एन  निदेशक पर्सनल अजय कुमार  शर्मा, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शिमला ग्रामीण के अध्यक्ष गोपाल शर्मा,  बालूगंज पार्षद दलीप थापा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे ।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post धर्मशाला के 12 केंद्रों में एचएएस की परीक्षा में 1704 अभ्यर्थियों ने लिया भाग
Next post राज्यपाल ने पारिस्थितिकी तंत्र के विकास और संरक्षण के बीच संतुलन बनाने पर बल दिया
error: Content is protected !!