आईआईआईटी ऊना का छठा दीक्षांत समारोह 7 सितंबर को, पद्मश्री डॉ. मायस्वामी अन्नादुराई होंगे मुख्य अतिथि

Read Time:3 Minute, 17 Second

ऊना, 6 सितंबर. भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) ऊना का छठा दीक्षांत समारोह 7 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक और चंद्रयान मिशन के निदेशक पद्मश्री डॉ. मायस्वामी अन्नादुराई मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में वर्चुअली शामिल होंगे और छात्रों को संबोधित करेंगे।
संस्थान के निदेशक प्रोफेसर मनीष गौर ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि इस वर्ष 260 छात्रों को सम्मानित किया जाएगा, जिनमें 114 छात्र कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग, 88 छात्र इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, और 58 छात्र सूचना प्रौद्योगिकी से हैं। साथ ही, 2019 और 2020 बैच के 18 छात्रों को उनके उत्कृष्ट अकादमिक प्रदर्शन के लिए पदक प्रदान किए जाएंगे।
प्रोफेसर गौर ने संस्थान की प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उद्योग की बदलती आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए साइबर सुरक्षा और डेटा विज्ञान पर नए पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। इसके अलावा, पिछले वर्ष की 207 से बढ़ाकर शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए 294 सीटें उपलब्ध कराई गई हैं।
महामारी के बावजूद, संस्थान ने शानदार प्लेसमेंट परिणाम हासिल किए, जिसमें सबसे उच्च पैकेज 32 लाख रुपये का रहा। संस्थान ने अपने कैम्पस को आधुनिक और टिकाऊ बनाने के लिए अत्याधुनिक शैक्षणिक और अनुसंधान सुविधाओं के विकास तथा शून्य अपशिष्ट कैंपस और जल उपचार प्रणाली जैसे उपायों पर कार्य किया है।
इसके अलावा, संस्थान ने पांच पेटेंट दायर किए हैं और 1 करोड़ रुपये की अनुसंधान परियोजना प्राप्त की है। संस्थान ने 8 सम्मेलनों और कार्यशालाओं के आयोजन के साथ ही, 2023-24 में प्रतिष्ठित जर्नल, सम्मेलनों और पुस्तक अध्याय में 44 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं।
प्रोफेसर गौर ने संस्थान की तेज वृद्धि और विकास की सराहना की और कहा, ‘हमारी उपलब्धियां हमारे छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और समर्पण को दर्शाती हैं। हम इस प्रगति को बनाए रखने और शैक्षणिक उत्कृष्टता तथा अनुसंधान नवाचार में और भी आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post गौसदनों को स्वावलंबी बनाने के लिए बनाएंगे एक समग्र योजना: अमरजीत सिंह
Next post राजभाषा हिंदी पर गर्व कर विद्यार्थियों को इसका अध्ययन करने की आवश्यकता – उपायुक्त किन्नौर
error: Content is protected !!