टीबी उनमूलन में कांगड़ा जिला प्रशासन के प्रयास सराहनीय: डॉ. विनोद पॉल

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धर्मशाला, 4 अक्तूबर। नीति अयोग सदस्य डॉ विनोद पॉल ने जिला कांगड़ा में टीबी उनमुलन के प्रयासों की सराहना की। उन्होने कहा कि कांगड़ा प्रशासन द्वारा मन्दिर न्यासों द्वारा टीबी के मरीजों को पोषण सहायता देना अनूठी पहल की गई है। उन्होंने आज धर्मशाला में निक्षय मित्र सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही। इस दौरान उपायुक्त हेमराज बैरवा भी उपस्थित रहे। डॉ. पॉल ने बताया कि टीबी की समस्या कुपोषण से जुड़ी हुई है। भारत में 55 प्रतिशत टीबी कुपोषण के कारण है। यदि टीबी के रोगी को मनोसामाजिक सहायता और अच्छा पोषण मिले तो उसके जल्दी ठीक होने की संभावना अधिक हो जाती है। 

उन्होंने कहा कि निक्षय मित्र योजना टीबी के मरीजों का मनोबल बढ़ाने की एक अच्छी पहल है। डॉ पॉल जो स्वयं निक्षय मित्र हैं, उन्होंने सभी से अपील की कि टीबी को हराने के लिए जन भागीदारी में सब आगे आयें। उनहोंने बताया कि टीबी के इलाज के दौरान आहार की गुणवत्ता का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है। संतुलित व पौष्टिक आहार न केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है, बल्कि दवाओं के असर को भी बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर संतुलित आहार को अपनाएं और टीबी को मात दें।

जिलें में किए जा रहे गंभीर प्रयासः डीसी

उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि टीबी उन्मूलन को लेकर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान के अंतर्गत 1087 टीबी के साथ जी रहे व्यक्तियों ने सहायता के लिए सहमति दी है, जिसमें से सितंबर माह में 672 रोगियों को निक्षय मित्रों द्वारा मनोसामाजिक व पोषण सहायता दी गई। उन्होंने बताया कि इस कड़ी में जिला कांगड़ा के मंदिर नयासों द्वारा मरीज को मदद करना एक महत्वपूर्ण पहल है। प्राचीन बगलामुखी मंदिर, ज्वालामुखी मंदिर ट्रस्ट और ब्रजेश्वरी मंदिर कांगड़ा द्वारा 30 मरीजों को निक्षय पोषण किट्स दी गई। वहीं श्री राम गोपाल मंदिर इंदौरा द्वारा 20 मरीज तथा प्राचीन शिव मंदिर काठगढ़ द्वारा 10 मरीजों को निक्षय पोषण किटस वितरित की गई।

इन्हें किया सम्मानित 

इस अवसर पर डॉ विनोद पाल ने टीबी के क्षेत्र में सराहनीय व उत्कृष्ट कार्य के लिए डिप्टी मिशन डायरेक्टर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ गोपाल बेरी, उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा, एडीएम डॉ हरीश गज्जु, मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा सहायक नियंत्रक (वित्त एवं लेखा) राजेंद्र कुमार को सम्मानित किया गया। इसके अलावा एसडीएम कांगड़ा ईशांत जसवाल, एसडीएम् इंदौरा सुरिंदर ठाकुर, मंदिर अधिकारी कांगड़ा नीलम राणा, महंत रजत गिरी, पवन बड़याल, प्रधान काठगढ़ मंदिर ओम प्रकाश व तिलक राज डोगरा एलडीएम् धर्मशाला को निक्ष्य मित्र योजना में योगदान के लिए सम्मानित किया गया। 

पंजाब नेशनल बैंक द्वारा पोषण किटस की वितरित

कार्यक्रम में डीजीएम सर्कल हेड पीएनबी संजय धर व सीनियर मैनेजर पंजाब नेशनल बैंक वीरेंद्र शर्मा द्वारा टीबी के साथ जी रहे 11 व्यक्तियों को भी पोषण किटस वितरित की गई। इस दौरान डिप्टी मिशन डायरेक्टर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ गोपाल बेरी ने प्रदेश में चलाई गई गतिविधियों को लेकर प्रकाश डाला गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश गुलेरी ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति व विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में दी जा रही सुविधाओं से अवगत कराया। 

डॉ पॉल ने स्वास्थ्य विभाग के कार्य प्रणाली की भी समीक्षा की। डॉ विनोद पॉल ने प्राइमरी हेल्थ सेंटर्स और हेल्थ वैलनेस सेंटर्स की कार्य प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए वीसी के माध्यम से हिमाचल की सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों व कार्यक्रम अधिकारीयों से चर्चा की और सुझाव दिए।

यह रहे उपस्थित

इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आर.के.सूद, एसएमओ धर्मशाला डॉ भट्ट, खंड चिकित्सा अधिकारी नगरोटा डॉ रूबी भारद्वाज, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ तरुण सूद, डॉ अनुराधा, डॉ दीपिका, जिला क्षय रोग केंद्र के कर्मचारियों ने भी उपस्थिति दर्ज की व चर्चा में भाग लिया।

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