संत मीराबाई के भजनों की दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न
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ज़िला भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली द्वारा भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश के सहयोग से आज कला धरोहर’ श्रृंखला के अंतर्गत राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चंबा में संत मीराबाई के भजनों पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ ।
उन्होंने बताया कि ‘कला धरोहर’ श्रृंखला के 55वें संस्करण के तहत राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में दो दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ।
कार्यशाला में इलाहाबाद के प्रख्यात लोक कलाकार सुरेंद्र कुमार ने ” रेशम की डोरी, बांध ले पालन, झुलाये माई यशोधा आपन ललना, कैसे आऊँ मैं काहनाइ, तोहे गोकुल नगरी, बड़ी दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी
मीरा कहे प्रभु गिरिधर नागर, तोहे दर्श बिना भई बाबरी, अरे रंग सारी गुलाबी चुनारिया रे, मोहे मारे नज़रिया सबरिया रे, बीत रही है सारी सारी रतियां, अभी लौटे नहीं हैं सबरियाँ रे, कहें वे बनाइ झूठी बतियाँ हमसे, हमरा नाता है जन्म जन्म से, छात्राओं को मीराबाई के भजनों का प्रशिक्षण प्रदान किया तथा इस दौरान अपनी प्रस्तुतियां भी दीं ।
कार्यशाला के अंतिम दिन में विद्यालय की छात्राओं ने भी अपनी प्रस्तुति दी ।
इस अवसर पर संगीत नाट्य अकादमी नई दिल्ली से अनिता कत्याल, प्रधानाचार्य राजकीय मॉडल बालिका वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय विकास महाजन तथा विद्यालय के समस्त अध्यापक उपस्थित रहे।
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