मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने आज यहां विभिन्न विभागों के प्रमुखों और सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ आगामी सर्दियों के मौसम की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने अधिकारियों को संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करने और बर्फ हटाने वाले क्षेत्रों को प्राथमिकता देकर पर्याप्त मानव संसाधन, मशीनरी और आवश्यक आपूर्ति को पहले से तैनात करने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान राज्य में आगामी मौसम की स्थिति का आकलन करने के लिए भारतीय मौसम विभाग ने सर्दियों के मौसम के पूर्वानुमान पर एक प्रस्तुति दी। प्रस्त्ुाति में बताया गया कि इस वर्ष सर्दियां सामान्य रहेंगी।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी विभाग सर्दियों के मौसम की चुनौतियों के लिए पूरी तरह तैयार रहें। उन्होंने कहा कि बुलडोजर, स्नो कटर जैसी मशीनरी पहले ही तैनात की जानी चाहिए। सड़क संपर्क, अस्पताल, बिजली, पेयजल आपूर्ति तथा शैक्षणिक संस्थान जिला प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए।
मुख्य सचिव ने उपायुक्तों को भारी हिमपात और सड़कें अवरुद्ध होने से कटे हुए क्षेत्रों में पर्याप्त खाद्य और ईंधन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि ऐसे क्षेत्रों में संचार माध्यम कार्यशील रहें।
मुख्य सचिव ने सर्दियों के मौसम में समन्वय और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सभी स्तरों पर नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के निर्देश दिए।
बैठक में शिमला और अन्य आपदा संभावित जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की पूर्व तैनाती के मुद्दे पर भी मंथन किया गया। विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने बताया कि आवश्यक सेवाओं, अस्पतालों, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं के कामकाज को सुनिश्चित करने पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है।
खाद्यान, ईंधन और जेनरेटर के लिए ईंधन सहित आवश्यक शीतकालीन भंडार तैयार हैं। बैठक के दौरान सर्दियों के मौसम के लिए की गई तैयारियों के बारे में विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तुति दी गई।
बैठक में निदेशक एवं विशेष सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन डीसी राणा, एडीजीपी लॉ एंड आर्डर अभिषेक त्रिवेदी, उपायुक्त अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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