आरबीआई की मौद्रिक नीति एमपीसी ने रेपो दर में 50 बीपीएस की बढ़ोतरी की, मुद्रास्फीति 6.7%, जीडीपी विकास दर 7% वित्त वर्ष 23 में देखी
आरबीआई की मौद्रिक नीति एमपीसी ने रेपो दर में 50 बीपीएस की बढ़ोतरी की, मुद्रास्फीति 6.7%, जीडीपी विकास दर 7% वित्त वर्ष 23 में देखी
आरबीआई मौद्रिक नीति, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने 50 बीपीएस रेपो दर वृद्धि की घोषणा की है।
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने अर्थव्यवस्था में चिपचिपी मुद्रास्फीति का मुकाबला करने के लिए अपनी बेंचमार्क रेपो दर को 50 आधार अंकों से बढ़ाकर 5.9% कर दिया है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि मौद्रिक नीति समिति आवास की वापसी पर ध्यान केंद्रित करती है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि मुद्रास्फीति लक्ष्य के भीतर बनी रहे और विकास को समर्थन मिले।महंगा हो जाएगा लोन, बढ़ जाएगी EMI
इसका सीधा मतलब है कि ब्याज दर बढ़ेगी। होम लोन समेत सभी तरह के लोन महंगे हो जाएंगे। आरबीआई के इस ऐलान का अर्थ यह है कि आपकी ईएमआई इसके चलते काफी बढ़ने वाली है। इसका असर होम लोन (Home Loan), कार लोन (Car Loan) और पर्सनल होन (Personal Loan) की EMI महंगे होने के रूप में देखने को मिलेगा।
क्या है रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट ?
रेपो रेट वह दर है जिस पर RBI द्वारा बैंकों को कर्ज दिया जाता है और बैंक इसी कर्ज से ग्राहकों को लोन देते हैं। रेपो रेट बढ़ने का मतलब है कि बैंक से मिलने वाले कई तरह के लोन महंगे हो जाएंगे। रिवर्स रेपो रेट वह दर है जिस पर बैंकों की ओर से जमा राशि पर RBI से उन्हें ब्याज मिलता है।
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