जिला ऊना में 25 मई को खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल की खुराक

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ऊना 16 मई – राष्ट्रीय कृमि दिवस के अवसर पर 25 मई को 1 से 19 वर्ष आयु वर्ग के 1, 16,375 आंगनबाड़ी व स्कूलों के बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी। यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर ने नेशनल डिवाॅर्मिंग डे के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। बैठक में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम और मलेरिया उन्मूलन को लेकर भी विस्तृत चर्चा की गई।

एडीसी महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि 25 मई को नेशनल डिवोर्मिंग डे पर एल्बेंडाजोज की खुराक दी जाएगी। उन्होंने बताया कि किसी कारणवश एल्बेंडाजोल की खुराक से वंचित रहे बच्चों के लिए 31 मई को मोपअप राउंड के अंतर्गत एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक छह माह के दौरान हर व्यक्ति को एल्बेंडाजोल की दवा का सेवन करना चाहिए ताकि पेट में कृमि पैदा न हो सके। उन्होंने कहा कि पेट में कीडे इत्यादि होने के कारण जो ऊर्जा खानपान से व्यक्ति को मिलती है वह उसे पूरी तरह से प्राप्त नहीं हो पाती है जिससे लोग अनीमिया का शिकार होकर कई बीमारियों की चपेट में आने की संभावना बनी रहती है।

एडीसी ने बच्चों से नियमित तौर पर एल्बेंडाजोल की दवा लेने तथा इस बारे अपने आस पडोस में भी व्यापक जन जागरूकता लाने पर बल दिया। उन्होने कहा कि एल्बेंडाजोल की दवा सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में मुफत में उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने आमजन से  बच्चों के खाना खाने व शौच जाने के बाद अपने हाथों की साबुन से अच्छी तरह से साफ-सफाई बनाए रखने, नाखूनों को साफ सुथरा व छोटा रखने, खुले में शौच न करने तथा शौचालय का ही प्रयोग करने एवं अपने आसपास सफाई रखने का भी आहवान किया। 

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए एडीसी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत छूटे हुए स्कूली बच्चों के लिए चिकित्सीय टीमों का फाॅलोअप विजिट करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि गत वर्ष राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत ब्लाॅक अंब, बसदेहड़ा, गगरेट, हरोली व थानाकलां में बच्चों की सर्जरी के लिए 9.15 लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। जबकि माह अप्रैल, 2023 में 1.25 लाख रूपये की आर्थिक मदद प्रदान की गई है।

एडीसी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए के वे उद्योग विभाग के सहयोग से औद्योगिक क्षेत्रों में अधिक से अधिक लोगों को मलेरिया और आरबीएसके के प्रति जागरूक करने के लिए जागरूकता तथा जांच शिविरों का आयोजन करें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को यह भी निर्देश दिए कि पिछले तीन वर्षों मे ंजिन-जिन क्षेत्रों में डेंगू के मामले पाए गए थे उन क्षेत्रों की सूची तैयार करें ताकि उन क्षेत्रों में समय पर फोगिंग करवाई जा सके। उन्होंने जिलावासियों से अपील की है कि यदि उनके ध्यान में जल जनित रोगों के संबंध में कोई भी मामला सामने आता है तो वे स्वास्थ्य विभाग के ध्यान में अवश्य लाए ताकि समय रहते उनका उपचार किया जा सके। 

इस अवसर पर सीएमओ संजीव वर्मा, एमओएच डाॅ सुखदीप सिंह सिधू, डीपीओ (आईसीडीएस) सतनाम सिंह, सीडीपीओ कुलदीप दयाल, डाॅ रिचा कालिया, डीआईसी मैनेजर अखिल शर्मा सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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