ऊना, 13 जुलाई – क्षेत्रवासियों को नशे की चपेट में आने से बचाने के लिए नशा मुक्त ऊना अभियान एक वरदान साबित होगा तथा जन सहभागिता से इसे जन आंदोलन का रूप दिया जा रहा है। यह जानकारी एसडीएम ऊना विश्व मोहन देव चैहान ने जिला मुख्यालय ऊना में इस संबंध में आयोजित एक कार्यशाला के दौरान दी। चिकित्सा खंड ऊना तथा बसदेहड़ा की आशा कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित इस कार्यशाला में करीब 150 से अधिक आशा कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। इस कार्यशाला में आशा कार्यकर्ताओं को नशा मुक्त ऊना अभियान के संबंध में विस्तृत जानकारी के अलावा अभियान को सफल बनाने में आशा कार्यकर्ताओं के दायित्व से संबंधित महत्वपूर्ण योगदान बारे उन्हें विस्तार से समझाया गया।
इस अवसर पर विश्व मोहन देव चैहान ने कहा कि युवा पीढ़ी में नशे का बढ़ता प्रचलन आज शहरों, कस्बों तथा गांवों में एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए सरकार व प्रशासन के साथ-साथ समाज के सभी वर्गों को एकजुट होकर चलना होगा तभी देश का भविष्य – युवा पीढ़ी को इस गर्त से बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि नशा मुक्त ऊना अभियान के माध्यम से युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने के बारे में प्रेरित करने के साथ-साथ भविष्य में होने वाले नशे के दुष्प्रभावों के वारे में भी जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा नशे की गर्त में फंस चुके लोगों को नशा मुक्त केंद्रों के माध्यम से उनका उपचार व मार्गदर्शन किया जाएगा। इसके लिए नशा मुक्ति अभियान के तहत विशेष ओपीडी शुरू की जाएंगी जहां पर केवल नशे से ग्रस्त रोगियों का ही उपचार किया जाएगा।
एसडीएम ऊना ने बैठक में उपस्थित सभी आशा कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए कि वे भविष्य में अपने अपने कार्य क्षेत्रों में आयोजित ग्राम सभा की बैठकों के अलावा महिला मंडलों तथा युवक मंडलों की बैठकों में जाकर लोगों को नशे के बारे में जागरूक करें ताकि क्षेत्र में नशा मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सके।
इस मौके पर एसडीएम ऊना विश्व मोहन देव चैहान, खंड चिकित्सा अधिकारी ऊना डॉ रामपाल, नशा मुक्त ऊना अभियान के तकनीकी विशेषज्ञ विजय कुमार, मीडिया समन्वयक समाक्षी तथा समन्वयक साहिल सहित कई अन्य लोग भी उपस्थित थे ।
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