शिमला, 25 जुलाई –
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी की अध्यक्षता में आज यहां जिला स्तरीय नार्को समन्वय केंद्र समिति की बैठक का आयोजन किया गया।
उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी के बारे में खुफिया जानकारी प्रदान करने के लिए “ड्रग फ्री हिमाचल” नामक एप शुरू की गई है जिस पर कोई भी व्यक्ति कहीं से भी नशे की सप्लाई और कारोबार के बारे में पुलिस को गुप्त सूचना दे सकता है। उन्होंने कहा कि एप के माध्यम से सूचना देने वाले का नाम, मोबाइल नंबर और आईपी एड्रेस का पुलिस को भी पता नहीं चल पाता। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त नशे की शिकायत के लिए टोल फ्री नंबर 9459100100, 1908 या 112 पर भी संपर्क कर सकते है।
उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टर को समय-समय पर दवाइयों की दुकानों पर भी निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी दवा विक्रेता केंद्र में अगर अनियमितता पाई जाए तो उचित कार्यवाही अमल में लाई जाए।
उपायुक्त ने कहा कि सभी अधिकारी जिला में पोस्त एवं भांग की फसल की अवैध खेती की निगरानी के संदर्भ में भी उचित कदम उठाएं। यदि जिला में कहीं पर भी नशीले पदार्थों की खेती की जा रही है तो उसे तुरंत प्रभाव से नष्ट करें।
उन्होंने कहा कि सभी विभागीय अधिकारी नशे के खिलाफ एकजुट होकर कार्य करें ताकि जिला में बढ़ते नशे पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्कूल एवं कॉलेजों में नशे के खिलाफ जागरूकता शिविरों का भी आयोजन करने के निर्देश दिए तथा की गई विभागीय कार्यवाही की रिपोर्ट प्रस्तुत करे।
उन्होंने कहा कि उपमंडल दण्डाधिकारी अपने क्षेत्र की पंचायतों में होने वाली बैठकों में जाकर लोगों को इस बारे में जागरूक करे।
उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी जिला के नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केन्द्रों का भी अवश्य रूप से निरीक्षण करे।
उन्होंने जिला के नागरिकों से नशे के खिलाफ सहयोग की भी अपेक्षा की ताकि बढ़ते नशे पर रोक लगाई जा सके।
इस अवसर पर उपमंडल दण्डाधिकारी भानु गुप्ता व निशांत कुमार, एचपीएस नवदीप सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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