डीसी की कालाअंब व त्रिलोकपुर क्षेत्रवासियों को सीवरेज कनेक्शन लेने की अपील

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नाहन 18 अक्तूबर। उपायुक्त सुमित खिमटा ने कहा कि विशेषकर जिला के औद्योगिक क्षेत्रों में किसी भी प्रकार के प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिये राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की गाईडलाइंज का सख्ती के साथ पालन सुनिश्चित बनाना अनिवार्य है। वह आज एनजीटी के दिशा-निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित बनाने के लिए संबंधित विभागों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को जिला के संवेदनशील क्षेत्रों में समय-समय पर निरीक्षण करके प्रदूषण की मात्रा की जांच करके औद्योगिक अथवा अन्य प्रतिस्थापनाओं को एनजीटी तथा सरकार के नियमों की अनुपालना सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए।
सुमित खिमटा ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब व त्रिलोकपुर में मल निकास संयंत्र स्थापित किए गए हैं ताकि क्षेत्र को प्रदूषण मुक्त बनाया जा सके। उन्होंने कालाअंब व त्रिलोकपुर ग्राम पंचायतों के लोगों को जल्द से सीवरेज कनेक्शन लेने को कहा। हालांकि व्यावसायिक प्रतिष्ठानों जैसे होटलों, ढाबों व दुकानों को सीवरेज कनेक्शन लेना अनिवार्य है। उन्होंने सख्त रवैया अपनाते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति सीवरेज का कनेक्शन नहीं लेता है तो उसके घर का जल का कनेक्शन काटने पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि एनजीटी की स्पष्ट गाईडलाइंज है कि क्षेत्र का प्रत्येक घर सिवरेज लाइन से जुड़ा होना चाहिए ताकि एनजीटी का स्वच्छ व प्रदूषणमुक्त पर्यावरण का उद्देश्य पूरा हो।
उपायुक्त ने जल शक्ति विभाग को लोगों को मल निकासी कनेक्शन लेने के लिये जागरूक करने को कहा। उपायुक्त ने ग्रामीण विकास विभाग को भी लोगों को सिवरेज कनेक्शन प्राप्त करने के लिये प्रोत्साहित तथा शिक्षित करने को कहा। उन्होंने कहा कि क्षेत्रों में विशेष जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाए। उन्होंने कहा कि प्लांट के संचालन के लिये भी सीवरेज के कनेक्शन लेना जरूरी है। उन्होंने जल शक्ति विभाग को लोगों को जल्द से कनेक्शन प्राप्त करने के लिये प्रोत्साहित करने को कहा। सुमित खिमटा ने क्षेत्रवासियों से भी अपील की है कि वे अविलंब मल निकासी के कनेक्शन प्राप्त करें। इसमें किसी प्रकार की आना-कानी नहीं की जानी चाहिए क्योंकि एनजीटी के नियमों की अनुपालना हर हालत में करनी होगी।
ठोस कचरे का हो समुचित प्रबंधन
सुमित खिमटा ने औद्योगिक क्षेत्रों तथा साथ लगती पंचायतों का ठोस कचरा प्रबंधन की जरूरत पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि उद्योगों के कचरे का नियमित और सही निष्पादन सुनिश्चित बनाया जाए। किसी प्रकार की कोताही करने पर संबंधित विभाग कड़े कदम उठाए। उन्होंने कहा कि ठोस कचरा प्रबंधन के लिये सड़क किनारे से साडा द्वारा कचरा एकत्र करके सुकेती स्थित कचरा ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचाना सुनिश्चित करे। उन्होंने जल शक्ति विभाग को मारकण्डा नदी के पानी की गुणवता जांच के लिये नया स्थापित स्वचालित पानी गुणवत्ता जांच यंत्र स्थापित करने को कहा। उन्होंने कहा कि राख व चुना जैसे पदार्थों के सही निपटान के लिये एक स्थान चिनिहत किया जाए जहां सभी उद्योग राख इत्यादि को एकत्र कर सकें।  उपायुक्त ने कालाअंब तथा त्रिलोकपुर सड़क की परनालियों को साफ करने के लिये भी लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए।
डीसी ने सयुंक्त समिति द्वारा निरीक्षण की भी की समीक्षा
उपायुक्त सुमित खिमटा ने एनजीटी के दिशा-निर्देशानुसार औद्योगिक क्षेत्रों के लिये एसडीएम पांवटा साहिब की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा गत 12 सितम्बर को किये गए सयंुक्त निरीक्षण की भी समीक्षा की। उन्होंने समिति की सिफारिशों को व्यवहार्य बनाने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिए।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एल.आर. वर्मा, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी पवन शर्मा, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक साक्षी सती सहित जल शक्ति व ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।

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