शिमला, 16 नवंबर- स्वास्थ्य सेवाओं को जनउपयोगी और उन्हें घर-द्वार तक सुगम बनाने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार में मुख्य संसदीय सचिव(स्वास्थ्य) संजय अवस्थी ने आज निदेशालय स्वास्थ्य सेवाओं के प्रांगण से 60 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर के वाहनों को हरी झंडी दिखा कर जिला किन्नौर और लाहौल-स्पिति के लिए रवाना करते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि यह ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर आर्ट ऑफ लिविंग संस्था ने हिमालयन उन्नति मिशन के तहत स्वास्थ्य विभाग को भेंट किये हैं।
मुख्य संसदीय सचिव ने कहा कि संस्था द्वारा दिए गए कंसन्ट्रेटर प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों के स्वास्थ्य संस्थानों में रोगियों के उपचार के लिए उपयोगी साबित होंगे, जिसके लिए उन्होंने आर्ट ऑफ लिविंग संस्था का आभार व्यक्त किया। स्वास्थ्य क्षेत्र में सरकार के साथ स्वयंसेवी संस्थाओं व जनसहभागिता से सेवाओं को सुदृढ़ करने में मदद मिलती है।
संजय अवस्थी ने कहा कि प्रदेश के सभी अस्पतालों का शीघ्र ही डिजिटाइजेशन कर दिया जायेगा जिससे अस्पतालों में आने वाले रोगियों को उपचार करवाना सुविधाजनक होगा। इसी प्रकार, प्रदेश के बड़े अस्पतालों व मेडिकल कोलेजों को भी इन संस्थाओं के साथ जोड़ने की योजना है। प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में आदर्श स्वास्थ्य संस्थान स्थापित किये जा रहे हैं, जहाँ प्रत्येक मॉडल अस्पताल में छः स्पेशलिस्ट चिकित्सक तैनात किये जायेंगे। अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के कार्यबल क्षमता को बढ़ाने और उनके तनाव को कम करने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का आधुनिकीकरण व सुदृढ़ीकरण किया जायेगा। जल्द ही निदेशालय में स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा के लिए एक बैठक भी आयोजित की जायेगी।
इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के प्रतिनिधि, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हि.प्र. प्रियंका वर्मा, कार्यकारी स्वास्थ्य निदेशक डॉ. अम्बिका चौहान, अतिरिक्त निदेशक ताशी संडूप, संयुक्त निदेशक डॉ. घनश्याम उपाध्याय, उप निदेशक डॉ. देवेन्द्र शर्मा के अतिरिक्त अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
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