धर्मशाला, 21 नवंबर। लोकसभा सांसद किशन कपूर ने कहा कि जिला में सड़क सुरक्षा के नियमों का सख्ती से पालन किया जाए ताकि प्रतिदिन जिला में होने वाली दुर्घटनाओं को और कम किया जा सके। उन्होंने संबन्धित विभागों से युवा पीढ़ी को सड़क सुरक्षा तथा नशे की बुराईयों के बारे में जागरूक करने हेतु विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में विशेष जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए। मंगलवार को जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सांसद किशन कपूर ने कहा कि भारत में ही प्रतिवर्ष सड़क हादसों के कारण डेढ़ लाख के करीब लोग जान गंवाते हैं जिनमें 18 से 45 वर्ष आयुवर्ग के ज्यादा लोग सड़क हादसों के शिकार होते हैं।
किशन कपूर ने कहा कि सड़क हादसों को रोकने के लिए जागरूकता जरूरी है इस के लिए नियमित तौर पर चालकों के आंखों के चेकअप कैंप, ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल में बेहतर प्रशिक्षण की व्यवस्था के साथ साथ युवक मंडलों को यातायात नियमों की जानकारी देना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि ओवर स्पीड की पूरी तरह से निगरानी की जाए। पंपलेंट्स के माध्यम से सरकारी तथा निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को भी यातायात नियमों के बारे में अवगत करवाया जाए। सांसद किशन कपूर ने कहा कि सड़कों पर यातायात से संबंधित साइन बोर्ड भी जगह जगह प्रदर्शित किए जाएं इस के साथ दुर्घटना संभावित जगहों की शिनाख्त कर वहां पर भी साइन बोर्ड लगाए जाएं ताकि किसी भी स्तर पर दुर्घटनाओं की आशंका नहीं रहे।
सांसद किशन कपूर ने कहा कि विभिन्न जगहों पर धर्मशाला की तर्ज पर इंटेलिजेंस ट्रेफिक सिस्टम विकसित किया जाए ताकि सड़क से गुजरने वाले वाहनों की पूरी निगरानी की जा सके और अवेहलना करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जा सके। उन्होंने कहा कि एमर्सजेंसी हेल्थ केयर यूनिट भी जिला में विभिन्न स्थानों पर स्थापित किए जाएं ताकि हादसों में घायल होने वालों को तुरंत उपचार की सुविधा मिल सके।
गुड स्मार्टियन योजना’ की आम जनमानस को दें जानकारी:
सांसद किशन कपूर ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की सहायता के लिए लोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से ‘गुड स्मार्टियंस’ नामक योजना आरंभ की गई है। इसमें सड़क दुर्घटना में पीड़ित को हादसे के तुरंत बाद शुरुआती एक घंटे के भीतर ‘गोल्डन आवर’ में अस्पताल पहुंचा कर उसकी जान बचाने का प्रयास करने वाले लोगों को प्रशस्ति पत्र तथा 5000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की इस योजना का मकसद लोगों को सड़क हादसों में घायलों की मदद करने और दुर्घटना में मृत्यु के मामलों में कमी लाना है। उन्होंने कहा कि इस योजना का व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित किया जाए ताकि आम जनमानस को इस बारे में जानकारी मिल सके और सड़क हादसों के घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जा सके।
इससे पहले आरटीओ प्रदीप कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए रोड सेफ्टी को लेकर कांगड़ा जिला में उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक नुरपुर अशोक रत्न, एडीसी सौरभ जस्सल सहित विभिन्न उपमंडलों के एसडीएम तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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