मंडी, 21 जनवरी। भाषा एवं संस्कृति विभाग के सौजन्य से छोटी काशी के पंचवक्त्र मंदिर में दो दिवसीय लाइव चित्रकला कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसको पंचवक्त्र लाइव का नाम दिया गया था और यह अपनी तरह का पहला कार्यक्रम था। समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए जिला भाषा अधिकारी मंडी प्रोमिला गुलेरिया ने कलाकारों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम पुरातन कला और संस्कृति को संजोने में नई पीढ़ी के लिए एक सुंदर वातावरण तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं, विद्यार्थी अपनी ऐतिहासिक सांस्कृतिक धरोहरों से परिचित होते है ।कार्यशाला में मंडी निवासी प्रवीण रावत और अमन कुमार ने पंचवक्त्र मंदिर को अपनी चित्रकला के माध्यम से विभिन्न दिशाओं से उकेरने में विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया । इस कार्यशाला का आयोजन पंचवक्त्र मंदिर के प्रांगण में किया गया, जिससे लाइव पेंटिंग का अलग ही अनुभव कलाकारों को मिला। मुख्य चित्रकार प्रवीण रावत ने बताया कि इस चित्रकला कार्यशाला का उद्देश्य उभरते कलाकारों को अपनी कला दिखाने का मौका दिया गया, जिससे चित्रकला को बढ़ावा मिलेगा। अमन कुमार ने बताया कि दो दिवसीय कार्यशाला में एसपीयू मंडी के चित्रकला विभाग के कुछ विद्यार्थी और चित्रकला में रुचि रखने वाले करीब 25 से 30 छोटे बड़े विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस तरह की कार्यशाला से चित्रकला को बढ़ावा मिल रहा है और काफी कुछ सीखा और सिखाया भी जा रहा है। अनिल शर्मा द्वारा विद्यार्थियों को मंदिर के इतिहास, शैली ,सामग्री व इस पर उकेरी गई विभिन्न कलाकृतियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी । सभी विद्यार्थियों व उभरते हुए कलाकारों ने इस कार्यशाला के लिए भाषा एवम् संस्कृति विभाग का धन्यवाद किया तथा भविष्य में भी विभाग से इस तरह के आयोजनों के लिए आग्रह किया कि इससे विद्यार्थियों का संस्कृति के प्रति ज्ञानवर्धन तो होगा ही साथ में चित्रकला के क्षेत्र में कार्य कर रहे कलाकारों को प्रोत्साहन भी मिलेगा। जिला भाषा अधिकारी द्वारा नए कलाकारों के प्रोत्साहन हेतु प्रमाणपत्र भी वितरित किए गए।
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