स्नोर घाटी के प्रवेश द्वार औट में अयोध्या से पधारे राम भक्तों का यहां के कार्यकर्ताओं द्वारा गर्म जोशी के साथ स्वागत किया गया। कुल्लू, बंजार व लाहौल स्पीति के राम भक्तों से भरी बसें जैसे ही औट पहुंची तो पूरा इलाका जय श्री राम के नारों से गूंज उठा। घाटी के प्रवेश द्वार औट में पहुंचने पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठतम कार्यकर्ता व पूर्व संघ चालक मोती लाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि भगवान श्रीराम का मूल स्थान अयोध्या है और रामलला की जन्मस्थली अयोध्या करोड़ों हिंदुओं की आस्था व ऊर्जा का केंद्र है। उन्होंने बताया कि अयोध्या के राम मंदिर में की गई नकाशी अपने आप में अद्भुत, व दिव्य है जो प्राचीन हिंदू संस्कृति को दर्शा रही है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कुल्लू जिला के संघ चालक नरेंद्र ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश से 1047 राम भक्त बुधवार 7 फरवरी को अयोध्या के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश की ऊना से श्री रामलला के दर्शनों के लिए विशेष आस्था ट्रेन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि सभी राम भक्तों का ट्रेन से लेकर के अयोध्या श्री रामलला के दर्शनों तक की गई व्यवस्था सराहनीय रही। उन्होंने बताया कि श्री राम की नगरी अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद द्वारा राम भक्तों के लिए विशेष रूप से रहने व खाने की व्यवस्था के लिए एक टेंट सिटी का निर्माण किया गया है जहां पर संपूर्ण भारतवर्ष से आ रहे राम भक्तों को 6 नगरों में ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। टेंट सिटी में एक दिन में दस हज़ार राम भक्तों की व्यवस्था प्रतिदिन की गई है। उन्होंने बताया कि सभी राम भक्त रामलला के दर्शनों के बाद आनंदित व गौरवान्वित अनुभव कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि हिंदू सनातन धर्म के सबसे बड़े मंदिर श्री राम मंदिर अयोध्या में कानून व्यवस्था काबिले तारीफ है। उत्तर प्रदेश प्रशासन राम भक्तों के दर्शनों की व्यवस्था के लिए प्रशंसनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों से भारतवर्ष के कोने-कोने से आए राम भक्तों की खूब खातिरदारी की जा रही है।
इस अवसर पर कुल्लू जिला के संघ चालक नरेंद्र ठाकुर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता व पूर्व संचालक मोतीलाल, विभाग सेवा प्रमुख डिणे राम, बंजार ज़िला के संघचालक डॉ राज कुमार, जय कृष्ण, मेघसिंह, रामलाल विश्व हिंदू परिषद के प्रांत समरसता प्रमुख हरदीप सिंह, सुनील आर्य, कृष्ण मोहन, ऋषि राज, उमेश सूद बलदेव सिंह, कैलाश व तेजराम विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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