मंडी, 27 जून । प्रशिक्षुता प्रशिक्षण योजना की जिला स्तरीय प्रशिक्षु समिति की बैठक आज उपायुक्त कार्यालय के वीसी रूम में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त अपूर्व देवगन ने की।
उन्होंने मंडी जिला के सभी सहायक प्रशिक्षुता सलाहकारों को निर्देश दिए कि 8वी, 10वीं, 12वीं, आईटीआई, डिप्लोमा तथा स्नातक पास सभी प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षुता प्रशिक्षण योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने सहायक प्रशिक्षुता सलाहकार एवं तकनीकी संस्थानों के प्रधानाचार्यो को निर्देश दिए कि औद्योगिक इकाइयों के साथ समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करें ताकि अधिक से अधिक प्रशिक्षु युवाओं को इसका लाभ मिल सके।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षुता प्रशिक्षण योजना का मुख्य उद्देश्य तकनीकी संस्थानों में लिए गए प्रशिक्षण के उपरांत कार्य स्थल पर प्रशिक्षण उपलब्ध करवाना है ताकि युवाओं का कौशल विकास के साथ-साथ उन्हें रोजगार योग्य बनाया जा सके।
बैठक में समिति के सदस्य सचिव, सहायक प्रशिक्षुता सलाहकार एवं प्रधानाचार्य, आईटीआई मंडी रविन्द्र सिंह ने बताया कि योजना के तहत 5वीं से 9वीं पास प्रशिक्षु को 5 हजार, दसवीं पास प्रशिक्षु को 6 हजार, 12वीं तथा आईटीआई पास प्रशिक्षु को 7 हजार, डिप्लोमा पास प्रशिक्षु को 8 हजार तथा डिग्रीधारक प्रशिक्षु को 9 हजार रुपये मानदेय प्रतिमाह दिया जाता है । योजना के तहत आईटीआई पास ट्रेनी की एक वर्ष की प्रशिक्षुता अवधि कार्य अनुभव के रूप में मान्यता प्राप्त है।
बैठक में समिति के सदस्य महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, मंडी ओ0पी0 जरयाल, प्रधान औद्योगिक क्षेत्र अशोक सेठी, अधिशाषी अभियंता, विद्युत राजेश कुमार, लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता के0वर्मा, जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता, ओ0पी0 भारद्वाज, उप निदेशक, उच्च शिक्षा, सुशील कुमार, श्रम अधिकारी विजय कुमार सहित राजकीय व निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के प्रधानाचार्य एवं सहायक प्रशिक्षुता सलाहकार भी मौजूद थे।
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