ज़िला स्तरीय एच्. आई. वी. / एड्स कार्यशाला का आयोजन
मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आदेशानुसार दिनाक 5/08/24 को जिला कार्यक्रम
अधिकारी डा. सुनील वर्मा की अध्यक्षता में सी ऍम ओ ऑफिस के कांफ्रेंस
हॉल में ज़िला स्तरीय स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता पर एच्. आई. वी. /एड्स की
एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया l जिसमे जिला के सभी खण्डों के
कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर उपस्थित रहे l
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. सुनील
वर्मा द्वारा एच. आई. वी. /एड्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी
उन्होंने बताया की एच. आई. वी एक वायरस है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को
नुकसान पहुंचाता है और एड्स एक ऐसी बीमारी है जो एच. आई. वी. से पीड़ित
लोगों में विकसित हो सकती है l इसके आलावा उन्होंने यौन संचारित संक्रमण
के बारे में भी जानकारी दी तथा एच्. आई. वी. /एड्स (एक्ट) अधिनियम के
बारे में भी बताया की इस अधिनियम का उद्देश्य एच. आई. वी. के शिकार और
इससे प्रभावित लोगों को सुरक्षा प्रदान करना है l उन्होंने यह भी कहा
कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन ने भारत को एड्स मुक्त बनाने के लिए
95:95:95 की रणनीति बनाई है, इसके मुताबिक पहले 95 का अर्थ देश में एच.
आई. वी संक्रमित लोगों की अनुमानित संख्या के 95 फीसदी लोगों को उनके एच.
आई.वी. स्टेटस की जानकारी होना , दुसरे 95 का अर्थ 95 फीसदी पॉजिटिव
एआरटी केन्द्रों पर सतत उपचार होना चाहिए और तीसरा वायरल लोड कम होना
चाहिए l उन्होंने यह भी कहा की हेपेटाइटिस –बी, एच आई.वी, की बीमारी
से ज्यादा संक्रामक है वर्ष में एक बार जिले में सभी स्वास्थ्य
कर्मियों का हेपेटाइटिस –बी का टेस्ट होना चाहिए और कहा की 2025- 26 तक
वार्षिक नये एच आई वी संक्रमण को कम करना है और 2030 तक सार्वजनिक
स्वास्थ्य खतरे के रूप में एड्स महामारी को समाप्त करने का लक्ष्य
निर्धारित किया है l
Average Rating