धर्मशाला, 02 दिसंबर। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने मंडे मीटिंग में धर्मशाला की लाइब्रेरी को डिजिटाइज् करने के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश दिए हैं इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं के लिए लाइब्रेरी और अध्ययन स्थल बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में कोई अनुपयोगी सामुदायिक भवन उपलब्ध हो, वहां लाइब्रेरी शुरू कर सकते हैं और जहां स्थान उपलब्ध न हो वहां कोई स्थान या भूमि चिन्हित कर इनका निर्माण किया जाए। उन्होंने परियोजना अधिकारी डीआरडीए को निर्देश देते हुए कहा कि उपमंडल स्तर से लाइब्रेरी बनाने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के लिए उपयुक्त कदम उठाएं। उपायुक्त ने स्कूल एडाॅप्शन कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा विद्यालयों को गोद लेने के लिए कारगर कदम उठाए जाएं इसके साथ ही बच्चों की कैरियर काउंसलिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जाए।
डीसी आफिस में ई-डिस्पैच व्यवस्था होगी लागू
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि उपायुक्त कार्यालय में बेहतर कामकाज के लिए ई-डिस्पैच व्यवस्था लागू होगी तथा सभी विभागों को भी ई-मेल के माध्यम से ही निर्धारित पत्राचार करने के लिए कारगर कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि दस दिसंबर तक का समय इस के लिए निर्धारित किया गया है ताकि ई-डिस्पैच के माध्यम से ही संबंधित विभागों को विभिन्न समस्याओं के समाधान के बारे में सूचित किया जा सके। इससे पेपरलैस व्यवस्था तैयार होने के साथ साथ समय की बचत भी होगी।
प्लास्टिक वेस्ट के सही प्रबंधन के लिए भी उठाएं पुख्ता कदम
उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर प्लास्टिक वेस्ट प्रबंधन युनिट को लेकर सभी अधिकारी गंभीर प्रयास करें और आने वाले महिनों में यह इकाइयां धरातल पर दिखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक वेस्ट के सही प्रबंधन से कूड़ा निष्पादन से संबंधित अत्याधिक समस्याओं का समाधान हो सकता है। गांवों में भूमि तलाश कर प्लास्टिक वेस्ट प्रबंधन युनिट का निर्माण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिला में ऐसे पुलों या शहरी क्षेत्रों के आसपास की सूची भी तैयार की जाए जहां पर लोगों द्वारा कूड़ा कचरा इत्यादि फैंका जा रहा है ताकि इन स्थानों को कूड़ा कचरा मुक्त करने के लिए पुख्ता कदम उठाए जा सकें।
मंदिरों में आनलाइन दर्शन की सुविधा के लिए उठाएं उचित कदम
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि शक्तिपीठों में आनलाइन दर्शनों की सुविधा आरंभ करने के लिए कर्मचारियों व पुजारियों को प्रशिक्षण की बेहतर व्यवस्था करने के लिए कारगर कदम उठाए जाएं इसके अलावा मंदिरों में श्रद्वालुओं की सुविधा के लिए प्लान भी तैयार किया जाए इस के लिए संबंधित उपमंडलाधिकारी गंभीरता के साथ कार्य करें। इसके अलावा डीसी ने अधिकारियों को अपना कांगड़ा मोबाइल ऐप की उपयोगिता को बढ़ाने और जन-जन तक इसको पहुंचाने की बात कही।
मंडे बैठक में पालना केंद्र खोलने, भूमिहीनों की लिस्ट तैयार करने, अवैध खनन तथा कार्यालयों में पुराने रिकार्ड के निस्तारण और पर्यटन की दृष्टि से तैयार किए जा रहे प्रोजेक्ट्स पर चर्चा की गई।
इस अवसर पर एडीसी विनय कुमार, एडीएम डा हरीश गज्जू, एसीटूडीसी सुभाष गौतम, पीओ डीआरडीए चंद्र वीर उपस्थित थे तथा सभी एसडीएम वर्चुअल माध्यम से मीटिंग में जुड़े रहे।
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