जी-20 में प्रधानमंत्री मोदी ने बढ़ाया हिमाचल का मान, बाइडन को भेंट की कांगड़ा कलाकृति।इंडोनशिया की राजधानी बाली में संपन्न जी-20 शिखर सम्मेलन हिमाचल प्रदेश के पारंपरिक उत्पादों के लिए खुशखबर लाया है। हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर कहने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को कांगड़ा मिनिएचर पेंटिंग भेंट की है।
प्रधानमंत्री ने स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज को कुल्लू में बनने वाली रणसिंघे की जोड़ी भी भेंट की है। प्रधानमंत्री ने इंडोनशिया की प्रधानमंत्री जोको विडोडो को किन्नौरी शाल भी उपहारस्वरूप दी है। प्रधानमंत्री का प्रयास रहता है कि वह जहां जाएं भारत के उत्पादों की पहुंच दूर तक बनाएं।
प्रधानमंत्री पहले भी भेंट कर चुके हैं हिमाचली उत्पाद
प्रधानमंत्री जी-20 सम्मेलन में भाग लेने के लिए बाली में थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पूर्व कांगड़ा चाय समेत हिमाचल प्रदेश के कई उत्पाद कई राष्ट्राध्यक्षों कोभेंट किए हैं। मोदी ने हिमाचल प्रदेश में यह कहा भी था कि वह भारत भर के पारंपरिक उत्पादों को विश्वभर में फैला देना चाहते हैं। जाहिर है, वोकल फार लोकल भी उनके सूत्रवाक्यों में से एक है।
कांगड़ा कला में ब्रश गिलहरी की पूंछ का
कांगड़ा मिनिएचर पेंटिंग को पहाड़ी शैली की चित्रकला भी कहा जाता है। इसकी शुरुआत गुलेर राजघराने से हुई थी। नैनसुख और मानकू जैसे बड़े चित्रकारों ने इस कला को परवान चढ़ाया। कांगड़ा चित्रकला में सभी रंग वनस्पति से लिए जाते हैं जबकि ब्रश गिलहरी की पूंछ के बालों से बनाए जाते थे। पहाड़ी कला के सबसे संरक्षक के रूप में इतिहास कांगड़ा के महाराजा संसारचंद को याद करता है। कांगड़ा चित्रकला में श्रृंगाररस प्रधान है। इसमें संयोग भी है और वियोग भी। सभी कृतियों का मूल भाव श्री कृष्ण विषयक है। चंदू लाल रैणा भी कांगड़ा कलम के प्रख्यात चितेरे हुए। उसके बाद चंबा से विजय शर्मा बड़ा नाम हैं जो पद्मश्री से अलंकृत हैं। उनके कई शिष्य इस कला में पारंगत हो रहे हैं।
http://dhuSource : “जागरण”
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