Kangra Gaggal Airport : मांझी खड्ड के ऊपर से गुजरेगा गगल एयरपोर्ट का 3100 मीटर रनवे। सीडब्ल्यूपीआरएस पुणे के वैज्ञानिकों के सांइटिफिक तरीकों से होगा विस्तार, विशेषज्ञों का एक दल तीन दिन के दौरे पर।
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश की कनेक्टिविटी के मुख्य आधार कांगड़ा गगल एयरपोर्ट के विस्तारीकरण में 1376 मीटर रनवे को बढ़ाकर 3100 मीटर का बनाया जाएगा। इसके लिए मांझी खड्ड का तटीकरण कर उसमें स्लैब भी बनाई जाएगी। इसके साथ ही क्षेत्र के 89 भवन विस्तारीकरण की जद में आएंगे। वहीं फोरलेन को डायवर्ट किए जाने के प्लान पर भी विस्तार से काम किया जा रहा है। गगल सहित आसपास के क्षेत्रों में बिजली की हाईटेंशन तारों को हटाने व अंडरग्रांउड करने के प्लान पर भी काम किया जा रहा है। कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार की प्रस्तावित परियोजना के कार्यान्वयन में केंद्रीय जल और विद्युत अनुसंधान शाला (सीडब्ल्यूपीआरएस) पुणे की विशेषज्ञ सेवाएं ली जाएंगी। इसे लेकर केंद्रीय जल और विद्युत अनुसंधानशाला के वैज्ञानिकों का एक दल मंगलवार से तीन दिनों के लिए जिले के दौरे पर है।
यह दल एयरपोर्ट रनवे ब्रिज के निर्माण और उससे जुड़े हर पहलू के गहन अध्ययन के उपरांत व्यवहारिकता रिपोर्ट सौंपेंगा। इसके अलावा यह दल परियोजना के पर्यावरण प्रभाव के आकलन समेत पारिस्थितकीय पहलुओं से जुड़े मुद्दों पर भी परामर्श देगा। उपायुक्त डा. निपुण जिंदल ने मंगलवार को वैज्ञानिकों के इस दल सहित सभी संबंधित एजेंसियों की एक बैठक ली और जरूरी दिशानिर्देश दिए। मिली जानकारी के अनुसार कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तारीकरण की जद में एयरपोर्ट के साथ लगते विभिन्न गांवों के 89 भवन जद में आएंगे। इन भवनों की चयनित कर लिया गया है और भवन के मालिकों को इसके बारे में सूचित भी किया जा चुका है। भूमि अधिग्रहण के लिए 208 करोड़ रुपए का मुआवजा विस्थापित होने वाले लोगों को दिए जाने की योजना है। बहती मांझी खड्ड के पहले स्लैब डालने का प्रस्ताव है।
खड्ड की चौड़ाई 400 मीटर तक आंकी जा रही है, ऐसे में ब्रिज रनवे के लिए वैज्ञानिकों का सहारा लिया जा रहा है। इसके अलावा एयरपोर्ट विस्तारीकरण में रछियालू, सनौरा, गगल, बैदी, इच्छी व सहौड़ा पंचायत प्रमुख रूप से आ रही हैं। इसमें पठानकोट-मंडी फोरलेन को कुठमां से डाइवर्ट करने पर विचार चल रहा है, जिसमें दोनों ओर के छोरों के लिए योजना बनाकर कार्य किया जा रहा है। डीसी कांगड़ा डा. निपुण जिंदल ने बताया कि प्रस्ताव बनाया गया है, जिसे आगामी समय में ही फाइनल किया जाएगा। (एचडीएम)
सहयोग को जिला स्तरीय कमेटी का गठन
डीसी डा. निपुण जिंदल ने बताया कि बैठक में सीडब्ल्यूपीआरएस पुणे के वैज्ञाानिकों के दल के सहयोग को एक जिलास्तरीय कमेटी के गठन का निर्णय लिया गया है। यह कमेटी प्रस्तावित परियोजना निर्माण से जुड़े तय विचारार्थ विषय को लेकर दल का सहयोग करेगी। उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल की अध्यक्षता में गठित इस कमेटी में कांगड़ा के जल शक्ति विभाग धर्मशाला और पीडब्ल्यूडी पालमपुर के अधीक्षण अभियंता, जल शक्ति विभाग शाहपुर, कांगड़ा और धर्मशाला तथा पीडब्ल्यूडी शाहपुर व कांगड़ा के अधिशासी अभियंता, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण कांगड़ा के निदेशक, एनएचएआई के उप प्रबंधक और जिला खनन अधिकारी को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
कमेटी का काम
मांझी खड्ड पर बनी पानी की योजनाओं को बहाल रखने पर परामर्श देना
खड्ड के ऊपरी और निचले सिरों पर टिकाऊ ढांचागत निर्माण की सलाह
खड्ड के तटीकरण व चैक डैम बनाने और रनवे ब्रिज निर्माण को मार्गदर्शन
प्रस्तावित रनवे ब्रिज क्षेत्र को पूर्णत: खनन प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करने पर राय
प्रशासन और एनएचएआई को एनएच की री-अलाइनमेंट पर परामर्श देना
Source : “Divya Himachal”
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