मंडी, 27 दिसंबर। अतिरिक्त उपायुक्त मंडी जतिन लाल ने बैंक प्रमुखों को नकद-जमा अनुपात बढ़ाने के लिए और बेहतर प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को जिला स्तरीय बैंकर्स सलाहकार एवं समीक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि ऋण संबंधी स्कीमों को जन-जन तक पहुंचाने में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि जरुरतमंद व्यक्तियों को लाभ मिल सके। कहा कि सभी बैंक प्रमुख निर्धारित लक्ष्यों को तय समय में पूरा करना सुनिश्चित बनाएं।
जतिन लाल ने कहा कि मंडी जिले में गत तिमाही में विविध बैंकों में करीब 18955.34 करोड़ रुपये जमा हुए हैं और करीब 5065.08 करोड़ रुपये के ऋण बांटे गए हैं। कहा कि कृषि क्षेत्र में 574.66 करोड़ रूपये, सूक्ष्म मध्यम एवं लघु उद्यमों में 322.37 करोड़ रुपये तथा अन्य प्राथमिक क्षेत्र में 66.34 करोड़ रुपये के ऋण बांटे गए हैं। वहीं, प्राथमिकता क्षेत्र में 963.38 करोड़ रूपये तथा गैर प्राथमिकता क्षेत्र में 544.26 करोड़ रुपये बांटे गए हैं। बताया कि मुख्यमंत्री स्वावलंबन स्कीम के अंतर्गत मंडी जिले में 169 व्यक्तियों को करीब 33.04 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए गए हैं।
एडीसी ने जिला के बैंक प्रमुखों से कहा कि बैंकिंग सेवाओं का लाभ समाज के हरेक जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित बनाई जाए, ताकि गरीब व जरूरतमंद व्यक्ति को बैंकों के चक्कर न लगाने पड़े। कहा कि सभी बैंक सरकार की स्कीमों का लाभ पात्र लाभार्थियों तक समय पर पहुंचाने तय बनाएं। बैठक में मंडी जिले के तमाम बैंक प्रमुखों व विविध विभागाध्यक्षों ने साल 2022-23 की दूसरी तिमाही की प्रस्तुत प्रगति प्रतिवेदन पर मदवार विस्तार से समीक्षा की गई।
जतिन लाल ने सभी बैंक व विभाग प्रमुखों से आपस में मिलजुलकर सरकार की स्कीमों को धरातल में अमलीजामा पहनाने को कहा। तय समय में लक्ष्य हासिल करने की भी अपील की।
अतिरिक्त उपायुक्त ने राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की संभाव्यतायुक्त ऋण योजना 2023-24 पुस्तिका का विमोचन किया।
जिला विकास प्रबंधक (एल.डी.एम.) एवं सदस्य सचिव सुरेश कुमार बोध ने बताया कि मंडी जिले में पी.एम.इ.जी.पी. के अतंर्गत 75 लाभार्थियों को 7.16 करोड़ रूपये के ऋण वितरिए गए गए हैं। वहीं, पी.एम.एस.वी.एन.आई.डी.एच.आई के अंतर्गत 186 लाभार्थियों को, एन.यू.एल.एम. में 40 केस स्वीकृत किए गए। एन.आर.एल.एम. के अंतर्गत 1176 स्वयं सहायता समूह बनाए गए है, जिनमें से 593 समूहों को 12.32 करोड़ रूपये के ऋण बांटे गए।
भारतीय रिजर्व बैंक के अग्रणी जिला अधिकारी (एल.डी.ओ.) शिमला यश वर्मा ने भारतीय रिजर्व बैंक की गाइडलाइन के मुताबिक कार्य करने को कहा। वहीं, पंजाब नेशनल बैंक के मंडल प्रमुख अजीत कुमार पटनायक और जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड राकेश वर्मा ने विविध स्कीमों व गतिविधियों बारे विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में पंजाब नेशनल बैंक के मंडल प्रमुख अजीत कुमार पटनायक, भारतीय रिजर्व बैंक के अग्रणी जिला अधिकारी (एल.डी.ओ.) शिमला यश वर्मा, जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड राकेश वर्मा, एल.डी.एम. सुरेश कुमार बोध सहित विविध बैंकों व विभागों के प्रमुख और प्रतिनिधी उपस्थित रहे।
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