नेताप्रतिपक्ष की भूमिका निभाने के संघर्ष में तर्कहीन बयान दे रहे जय राम ठाकुरः कैबिनेट मंत्री कैबिनेट मंत्री श्री चंद्र कुमार एवं श्री रोहित ठाकुर ने पूर्वमुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर की ओर से राज्य सरकार द्वारा मुख्य संसदीय सचिवों कीनियुक्ति और मंत्रिमंडल विस्तार में कांगड़ा जिला की कथित अनदेखी संबंधी बयान परकड़ा एतराज जताया है। आज यहां जारी एक संयुक्त वक्तव्य में श्री चंद्र कुमार व श्रीरोहित ठाकुर ने नेता प्रतिपक्ष को आधारहीन व द्वेषपूर्ण बयानबाजी से दूररहने का परामर्श देते हुए कहा कि प्रदेशवासियों ने हाल ही में हुए आम विधानसभाचुनावों में भारतीय जनता पार्टी को पूरी तरह से नकार दिया है। उन्होंने कहा किराज्य के लोगों ने कांग्रेस पार्टी को भारी समर्थन दिया है और मुख्यमंत्री श्रीसुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में राज्य सरकार ‘कांग्रेस प्रतिज्ञा पत्र-2022’ मेंकिए गए सभी वायदों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह प्रतीतहोता है कि श्री जय राम ठाकुर स्वयं को नेता प्रतिपक्ष के रूप में स्थापित करने मेंकठिनाई महसूस कर रहे हैं। लेकिन उन्हें मौजूदा परिस्थितियों से समझौता करतेहुए राज्य की जनता के समर्थन का आदर करना चाहिए।उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के वित्तीय कुप्रबंधनएवं अनावश्यक खर्चों के कारण प्रदेश की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से पटरी से उतरचुकी है। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं राज्य में डबल इंजन की कथित सरकारें पूरी तरहसे असफल रही हैं और पूर्व प्रदेश भाजपा सरकार, केन्द्र से अपने देय लाभ प्राप्तकरने में भी नाकाम रही है।कैबिनेट मंत्रियों ने कहा कि राज्यसरकार प्रदेश विधानसभा चुनावांे के अवसर पर कांग्रेस पार्टी द्वारा दी गई सभी दसगारंटियों और अन्य चुनावी वायदों को आगामी पांच वर्षों में पूरा करनेके लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को थोड़ा संयम रखना चाहिए क्योंकिकांग्रेस सरकार ने कुछ दिन पूर्व ही राज्य का शासन संभाला है और शीघ्र ही एक्शनमोड में आएगी।उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकारने अपने कार्यकाल के अंतिम चरण में आम चुनावों को ध्यान में रखते हुए राज्य में900 से अधिक संस्थानों को खोलने और स्तरोन्नत करने की घोषणा कीथी। इन संस्थानों के सुचारू संचालन के लिए राज्य को लगभग 5000 करोड़ रुपये की आवश्यकताहोगी। लेकिन पिछली सरकार ने इसके दृष्टिगत एक रुपये का भी प्रावधान नहीं किया।उन्होंने कहा कि इन सभी संस्थानों को बजट के प्रावधान के बिना सिर्फ मतदाताओंको लुभाने के एकमात्र उद्देश्य से खोला और स्तरोन्नत किया गया था।श्री चंद्र कुमार और श्री रोहित ठाकुरने कहा कि मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार प्रदेशके समान और संतुलित विकास के लिए प्रतिबद्ध है और उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यानदिया जा रहा है जो किसी-न-किसी कारण से उपेक्षित रहे हैं। उन्होंने कहाकि पदभार ग्रहण करने के पहले ही दिन मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया था कि सरकारव्यवस्था में बदलाव लाने के लिए है न कि सत्ता का आनंद लेने के लिए।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 101करोड़ रुपये के परिव्यय से ‘मुख्यमंत्री सुखाश्रय सहायता कोष’ स्थापित करने कानिर्णय लिया है ताकि जरूरतमंद बच्चों और निराश्रित महिलाओं को उच्च शिक्षा कीसुविधा प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ऐसे बच्चों के कौशल विकास,उच्च शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण पर होने वाले व्यय को वहन करेगी। कैबिनेटमंत्रियों ने कहा कि उन्हें उनकी आवश्यकता के अनुसार वित्तीय सहायता भी प्रदान कीजाएगी ताकि वे एक सम्मानजनक जीवन जी सकें।
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