कांगड़ा: जिला कांगड़ा की सड़कों पर अब जल्द ही हिमाचल पथ परिवहन निगम की इलेक्ट्रिक बसें दौड़ती हुई नजर आएंगी. बता दें पहले चरण में जिला कांगड़ा को 30 सीटर बसों की सौगात मिली है. वहीं, सोमवार को यह बसें शाहपुर के चंबी मैदान में पहुंची हैं. जहां उन्हें खड़ा किया गया है. ये बसें 30 सीटर हैं और इनकी लंबाई 9 मीटर है. बता दें हिमाचल पथ परिवहन निगम की इन इलेक्ट्रिक बसों की सौगात प्रदेश की राजधानी शिमला व जिला कांगड़ा (धर्मशाला) को मिली है. इसके अतिरिक्त धर्मशाला परिवहन निगम के डिपो की बात करें तो 2 माह पहले इलेक्ट्रिक बसों का ट्रायल किया था, जोकि सफल ट्रायल रहा था. उसके बाद ही जिला कांगड़ा को 15 इलेक्ट्रिक 30 सीटर बसों की सौगात मिली है.
बताते चलें कि प्रदेश सरकार ने हिमाचल में अफसरों को इलेक्ट्रिक कारें दी हैं और अब प्रदेशवासियों को इलेक्ट्रिक बसें. प्रदेश सरकार ने हिमाचल को प्रदूषण मुक्त करने का निर्णय लिया था और परिवहन निगम के बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने की बात कही थी. प्रदेश सरकार ने अपने इस फैसले को ध्यान में रखते हुए इलेक्ट्रिक बसों की सौगात दी है.
धर्मशाला डिपो के बेड़े में शामिल हुई 15 इलेक्ट्रिक बसें
हालांकि सरकार द्वारा मार्च से पहले शिमला और धर्मशाला को 35 बसों का तोहफा दिया जाना था, लेकिन अप्रैल में जाकर जिला कांगड़ा को ये सौगात मिली है. आपको बता दें 2 घंटे चार्ज होने पर इलेक्ट्रिक बस लगभग 200 किलोमीटर तक चलेगी. इन बसों की खासियत यह है कि इन इलेक्ट्रिक बसों से शोर भी नहीं होता है. यह बसें बिल्कुल धुआं रहित हैं. इनकी सीटें भी आरामदायक हैं व HRTC की बसों को कांगड़ा की सड़कों के अनुसार तैयार किया है. इस बस की एक सबसे बड़ी खासियत यह भी है कि बस छोटी है.
उधर, शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जो प्रदेश की जनता से वादा किया था उसे एक महीने में पूरा कर दिखाया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से वादा किया था कि प्रदेश को प्रदूषण मुक्त करने के लिए इलेक्ट्रिक बसों की सौगात दी जाएगी. वे उन्होंने आज पूरा कर दिखाया है.
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