ऊना, 7 सितंबर – इंडियन इंस्टिट्यूट आॅफ कंप्यूटर टेक्नोलोजी ऊना में राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े के तहत जिला स्तरीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया।
यह जानकारी देते हुए सीएमओ ऊना डाॅ मंजू बहल ने बताया कि जागरूकता शिविर आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य लोगों में नेत्रदान के प्रति जागरूकता फैलाना है। नेत्रदान मृत्यु होने के छः घंटे के अंदर कराया जा सकता है। नेत्रदान से केवल कोर्निया से नेत्रहीन व्यक्ति ही लाभान्वित हो सकते हैं। कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र, लिंग, ब्लड ग्रुप का हो वह अपनी आँखें दान कर सकता है। नेत्र निकालने में केवल 10 से 15 मिनट ही लगते हैं तथा चेहरे पर इससे कोई भी निशान या विकृति नहीं होती। सीएमओ ने बताया कि पंजीकृत नेत्रदाता बनने के लिए नेत्र बैंक मेडिकल कॉलेज टांडा या शिमला से संपर्क कर सकते हैं। नेत्रदाता की मृत्यु के उपरांत मौके पर उपस्थित व्यक्ति नेत्रदाता की पलकों के साथ-साथ पंखा बंद कर और जल्द से जल्द अपने नजदीकी नेत्र बैंक से संपर्क करें। उन्होंने बताया कि कोई व्यक्ति जब नेत्र दान के लिए अपने आप को पंजीकृत करवाता है या घोषणा पत्र भरता है तो वह अपने पारिवारिक सदस्यों, रिश्तेदारों तथा आस-पडोस को अपने नेत्रदान के संकल्प के बारे में जरूर बताएं ताकि मृत्यु उपरांत नेत्रदान के संकल्प को पूरा किया जा सके। मृतक व्यक्ति की आँखों को बंद कर के सिर के नीचे तकिया रख कर ऊँचा कर दें।
इस मौके पर संस्थान के प्रशिक्षार्थियों के बीच भाषण व पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन करवाया तथा सभी प्रतिभागियों को नकद पुरुस्कार देकर पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी शारदा सारस्वत, जिला स्वास्थ्य शिक्षक गोपाल कृष्ण, बीसीसी समन्वयक कंचन माला, जिला समन्वयक दीपक चब्बा, संस्थान प्रभारी बिंदु महाजन सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
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