शिमला जिला में पांच स्थानों पर मेगा मॉक ड्रिल का सफलतापूर्वक आयोजन

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शिमला 08 जून। संभावित बाढ़ और भू-स्खलन के दृष्टिगत आज जिला शिमला के पांच स्थानों पर मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह मॉक ड्रिल मल्याणा, चिड़गांव, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नोगली के नजदीक, पुराना बस अड्डा नेरवा और नंगल देवी के समीप आयोजित की गई। इस मॉक ड्रिल में जिला प्रशासन के अधिकारियों के अलावा प्रमुखता से राज्य आपदा राहत बल, पुलिस, होमगार्ड, स्वास्थ्य, लोक निर्माण, जल शक्ति, राजस्व, पंचायती राज, खाद्य एवं आपूति, विद्युत, अग्निशमन आदि विभागों के अधिकारी शामिल हुए।
यह जानकारी देते हुए इंसिडेंट कमांडर एवं अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी (कानून एवं व्यवस्था) राहुल चौहान ने बताया कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देश पर जिला के पांच स्थानों पर यह मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल के आयोजन का उद्देश्य जहां सभी संबंधित विभागों द्वारा आपदा के समय किये जाने वाले बचाव एवं राहत कार्यों का पूर्वाभ्यास के माध्यम से समीक्षा करना था, वहीं आम जन को संभावित आपदा के प्रति जागरूक और शिक्षित करना भी था ताकि वास्तविक आपदा के समय बचाव और राहत कार्यों को सही प्रकार से अंजाम दिया जा सके।
उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल पूर्वाभ्यास के दौरान बचाव एवं राहत कार्यों में जो भी विषय अनुभव और दिक्कतें सामने आई हैं उन पर जिला स्तर पर विचार विमर्श के उपरांत राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को प्रेषित किया जायेगा ताकि भविष्य में जब कभी वास्तविक आपदा आये तो सभी विभाग मिलकर इससे निपट सकें ताकि जान और माल का कम से कम नुकसान हो।
उन्होंने बताया कि इस मेगा मॉक ड्रिल में बाढ, भूस्खलन, आगजनी आदि से प्रतीकात्मक नुकसान के दृष्टिगत बचाव व राहत कार्यों का मॉक अभ्यास किया गया। शिमला ग्रामीण के मल्याणा में भूस्खलन की स्थिति में लोगों के बचाव व राहत कार्य, रोहड़ू उपमंडल के चिड़गांव में ग्लेशियर टूटने की स्थिति में बचाव कार्य, रामपुर बुशहर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नोगली के नजदीक बाढ़ आने की स्थिति में छात्रों को सुरक्षित निकालना तथा राहत एवं बचाव कार्य, उपमंडल चौपाल के पुराना बस अड्डा नेरवा में और उपमंडल ठियोग के नंगल देवी में भूस्खलन की स्थिति में बचाव एवं राहत कार्य का अभ्यास किया गया।
राहुल चौहान ने बताया कि मॉक ड्रिल में पांचो स्थानों पर नियुक्त आर्ब्जवर द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट को राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण को भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल की मानिटरिंग करने के लिए मल्याणा में सूबेदार मंजीत सिंह, चिड़गांव में कमांडेंट गृह रक्षा द्वितीय वाहिनी आर पी नेप्टा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नोगली के नजदीक मॉक ड्रिल के लिए सहायक कमांडेंट आईटीबीपी देवेंदर कुमार, पुराना बस अड्डा नेरवा में कमांडेंट गृह रक्षा द्वितीय वाहिनी वीरेंदर मेहता और नंगल देवी में उप अधीक्षक राज्य आपदा राहत बल गुलशन नेगी को आर्ब्जवर नियुक्त किया गया था।
इस मेगा मॉक ड्रिल में राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, शिमला और जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण शिमला के अधिकारी वीडियों कांफ्रेस के माध्यम से नियंत्रण कक्ष तथा जमीनी स्तर पर आपदा स्थल से सीधे जुड़े रहे।
जिला मुख्यालय शिमला में स्थापित जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष में मॉक ड्रिल की मॉनिटरिंग के लिए मुख्य रूप से रेस्पोंसिबल ऑफिसर एवं उपायुक्त आदित्य नेगी, सहायक आयुक्त डॉ पूनम, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी मंजीत सिंह के अतिरिक्त अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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