उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज आंध्र प्रदेश के विजाग में स्थित सबसे बड़े विश्व स्तरीय मेडिकल डिवाइस क्लस्टर, आंध्र मेड टेक जोन (एएमटीजेड) का दौरा किया।
इस दौरे का मुख्य उद्देश्य विभिन्न सुविधाओं की परिचालन गतिशीलता को समझना है। प्रतिनिधिमंडल ने सामान्य गामा विकिरण केंद्र, बायोकम्पैटिबल सेंटर, 3-डी डिजाइन और प्रिंटिंग लैब जैसी वैज्ञानिक सुविधाओं का भी दौरा किया।
हर्षवर्धन चौहान ने एएमटीजेड की टीम के साथ जिला सोलन के नालागढ़ में स्थापित किए जा रहे मेडिकल डिवाइस पार्क के संबंध में भी जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में राज्य सरकार औद्योगिकीकरण की गति को बढ़ाने के साथ-साथ आगामी मेडिकल डिवाइस पार्क को क्रियाशील करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उद्योग मंत्री ने कहा कि चार चिकित्सा प्रयोगशालाओं के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई हैं और मेडिकल डिवाइस पार्क, नालागढ़ की कटिंग और लेवलिंग का पहला चरण पूरा हो चुका है। राज्य सरकार ने राज्य कार्यान्वयन एजेंसी को अपना हिस्सा भी प्रदान किया है।
एएमटीजेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. जितेंद्र शर्मा ने पार्क की विस्तृत रूपरेखा के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में स्थापित यह पार्क 270 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में पार्क में 120 से अधिक इकाइयां संचालित हैं तथा इसमें लगभग 5000 चिकित्सा उपकरणों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस पार्क की आउटपुट प्रतिवर्ष 9000 करोड़ रुपये है।
उद्योग मंत्री ने डॉ. जितेंद्र शर्मा को इस संबंध में आगामी विचार-विमर्श के लिए हिमाचल आमंत्रित किया। उन्होंने प्रधान सचिव उद्योग आर.डी. नजीम से एएमटीजेड से तकनीकी सेवाएं लेने की संभावनाएं तलाशने को कहा।
प्रतिनिधिमंडल में विधायक चन्द्रशेखर, प्रबन्ध निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी एचपीबीडीपीआईएल राकेश कुमार प्रजापति, जल शक्ति विभाग के प्रमुख अभियन्ता विजय कुमार ढटवालिया और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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