ऊना, 25 अगस्त – खंड विकास कार्यालय हरोली के सम्मेलन कक्ष में जिला बाल संरक्षण इकाई ऊना द्वारा बाल सुरक्षा के अंतर्गत जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता एसडीएम हरोली विशाल शर्मा ने की।
एसडीएम विशाल शर्मा ने मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया की योजना के अंतर्गत ऐसे बच्चे जो पूर्णतः अनाथ है सरकार उन्हें वितीय सहायता तथा सामाजिक सुरक्षा के तहत 0 से 14 साल के बच्चे को एक हज़ार रूपये प्रति बच्चा प्रति माह व् 15 से 18 साल को प्रति बच्चा प्रति माह 25 सौ रुपए दिया जाता हैं उन्होंने बताया किभूमिहीन बच्चों को सरकार द्वारा 3 बिस्वा भूमि व् घर का निर्माण करने के लिए 3 लाख रूपये की धनराशी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि अगर कोई बच्चा कोर्स करना चाहता है उस बच्चे को कोचिंग के लिए भी एक लाख प्रति वर्ष की एकमुश्त वित्तीय राशि दी जाएगी। अगर कोई बच्चा ऐतिहासिक जगहों का भ्रमण करना चाहता तो उस बच्चे के ठहरने की व्यवस्था तीन सितारा होटलों में सरकार द्वारा की जाएगी।
उन्होंने बताया कि विवाह के योग्य हो चुके बच्चे को उसकी शादी के लिए उसे 2 लाख रुपए की धनराशि तथा 51 हज़ार रुपये व्यक्ति के विवाह के समय शगुन के रूप में लाभार्थी के खाते में हस्तांतरित किए जाएंगे।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी कमलदीप सिंह ने बताया कि जिला ऊना में मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के अंतर्गत 13 आवेदन स्वीकृत हुए है। जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा ऐसे बच्चे जो पूर्णतः अनाथ व् जिन बच्चों के माता-पिता बच्चंे का पालन पोषण करने में असमर्थ है उन बच्चों कों फोस्टर केयर योजना के अंतर्गत लाभन्वित किया जाता है। फोस्टर केयर योजना में प्रत्येक बच्चें को 45 सौ रूपये प्रति माह दिया जाता है। इसके अतिरिक्त बलात्कार पीड़ित बच्चे का अदालत में केस सिद्ध हो जाने पर उन्हें सरकार द्वारा 75 सौ रूपए की धनराशि प्रति माह के रूप दी जाएगी। इसके साथ ही जिला बाल संरक्षण इकाई ऊना ऐसे बच्चों के लिए भी काम करता है जो सड़कों पर भीख मांगते व् बाल मजदूरी करते हैं।
शिविर में खंड विकास अधिकारी हरोली मुकेश ठाकुर, जिला परिषद् सदस्य हरोली, प्रधान, अध्यक्ष व सदस्य खंड विकास समिति हरोली सहित 106 प्रतिभागियो ने भाग लिया।
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