ऊना, 8 सितम्बर – जिला ऊना के शहरी क्षेत्रों में नशा मुक्त ऊना अभियान को मजबूत करने के लिए सभी शहरी निकायों एवं नगर पंचायतों में टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। यह निर्णय नशा मुक्त ऊना अभियान के अंर्तगत अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर की अध्यक्षता में आयोजित नगर निकायों की बैठक में लिया गया। इस बैठक में जिला ऊना के सभी नगर निकाय व नगर पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद रहे।
इस दौरान एडीसी महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि नशा आज समाज के लिए बहुत बड़ी चुनौती है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए हम सब को मिलकर प्रयास करना है। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत अगर हम आने वाले समय अपने बच्चों को नशे से बचा पाएं तो यह हमारे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। आजकल के बच्चे पहले की तरह खेलने के लिए घर से बाहर नहीं निकलते। ज्यादातर बच्चें अपना अधिकांश समय मोबाइल का उपयोग करने में बिताते हैं जिसके चलते वे तनावग्रस्त हो जाते हैं और नशे की तरफ चले जाते हैं।
बच्चे नशे की ओर न जाएं इसके लिए नशा मुक्त अभियान जिला प्रशासन ऊना की तरफ से शुरु किया गया है। इस अभियान के माध्यम से बच्चों को नशे से होने वाले दुष्प्रभावों बारे जागरूक किया जा रहा है जिससे वे अपने जीवन में सही-गलत की पहचान कर सकें और नशे जैसी बीमारी से दूर रह सकें।
उन्होंने कहा कि अभियान के तहत वार्ड स्तर पर जनप्रतिनिधि नशे के खिलाफ जनता से सीधा संवाद करेगें। हमें अपने बच्चों के साथ बात करने का दायरा बढ़ाने की जरुरत है। सबसे पहले अपने-अपने मोहल्लों के ब्लैक स्पोटस ढूंढ कर उनकी लिस्ट तैयार करनी होगी। उसके बाद यह लिस्ट नशा मुक्त ऊना के साथ साझा करके इस अभियान को सफल बनाने में योगदान देना होगा। यही नहीं हर शाम जब मोहल्ले के लोग एक जगह इकट्टठा होते हैं। तब हमें उनके साथ नशा मुक्त ऊना के बारे में बात करनी होगी ताकि लोग नशे के प्रति जागरुक होकर अपने बच्चों व मोहल्ले के बच्चों को जागरुक कर सकें।
इस कार्यशाला में नशा मुक्त ऊना अभियान के रिर्साेस पर्सन विजय कुमार ने नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी और युएलवी प्रतिनिधियों के साथ नशा मुक्त ऊना अभियान में उनके रोल के बारे में जानकारी दी। इस कार्यशाला में नशा मुक्त ऊना की समस्त टीम उपस्थित रही।
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