भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग के जिला भाषा अधिकारी कार्यालय किन्नौर द्वारा आज जिला के ठाकुर सेन नेगी राजकीय महाविद्यालय रिकांग पिओ में जिला स्तरीय हिंदी दिवस का आयोजन किया गया जिसमें जिला के विभिन्न स्कूलों के लगभग 200 बच्चों ने भाग लिया तथा सम्पर्क भाषा के रूप में हिंदी विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इस दौरान भाषण, निबंध लेखन तथा प्रशनोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपायुक्त किन्नौर तोरूल रवीश ने उपस्थित विद्यार्थियों को हिंदी भाषा के महत्व के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि आज ही के दिन वर्ष 1949 में हिंदी को संविधान सभा द्वारा राजभाषा का दर्जा दिया गया। देश की अधिकांश जनसंख्या की बोल-चाल व सम्प्रेषण की भाषा हिंदी है। राष्ट्र को जोड़ने व आपसी भाईचारा बढ़ाने में हिंदी की महत्वपूर्ण भूमिका है। हिंदी विश्व में बोली जाने वाली भाषाओं में चैथे स्थान पर है तथा धीरे-धीरे हिंदी का पूरे विश्व में वर्चस्व बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमें हिंदी भाषा के अधिक से अधिक प्रचार के लिए इसे अपने दैनिक बोल-चाल की भाषा में प्रयोग करना होगा तभी हम अन्य लोगों को भी हिंदी भाषा का अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि देश ही नहीं विदेशों में भी हिंदी भाषा को बोलने व सीखने के प्रति रूझान बढ़ा है। देश के प्रतिष्ठित प्रोद्यौगिक संस्थानों में हिंदी सहित भारतीय भाषाओं के माध्यम से पढ़ाई में पहल हुई है। कुछ राज्यों में विधि पाठ्यक्रम को हिंदी में पढ़ाने की भी पहल की गई है। यही नहीं, चिकित्सा एवं विज्ञान शिक्षा में भी हिंदी भाषा के प्रयोग का प्रयास आरंभ हुआ है।
इस अवसर पर जिला लोक सम्पर्क एवं जिला भाषा अधिकारी ममता नेगी ने उपायुक्त किन्नौर का कार्यक्रम में पधारने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा है और हम सभी का यह दायित्व बनता है कि हम केवल एक दिन को हिंदी दिवस के रूप में न मनाकर हिंदी भाषा को अपने दैनिक बोल-चाल व अपने कार्य में सम्मिलित करें तभी यह जन-जन की भाषा बन सकती है। उन्होंने कहा कि हमें हिंदी को न केवल अनुवाद की भाषा बल्कि सम्पर्क भाषा के रूप में विकसित करना होगा। साथ ही, अपनी स्थानीय बोलियों का संरक्षण भी सुनिश्चित बनाना होगा।
ठाकुर सेन नेगी महाविद्यालय रिकांग पिओ के प्रधानाचार्य डाॅ. जनक राज ने उपस्थित जनों का स्वागत किया तथा महाविद्यलाय रिकांग पिओ में हिंदी दिवस का आयोजन करने के लिए विभाग का आभार व्यक्त किया। उन्होंने विद्यार्थियों से भी आग्रह किया कि वे अन्य भाषाओं के साथ-साथ हिंदी भाषा को अवश्य सीखें तथा अपने दैनिक बोल-चाल व कार्य में हिंदी भाषा का प्रयोग करें।
इस अवसर पर जिला के सरकारी विभागों में हिंदी भाषा में उत्कृष्ट कार्य करने तथा हिंदी भाषा का प्रचार-प्रसार करने के लिए जिला के अधिकारियों व कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया।
सम्मानित होने वालों में अधिकारी वर्ग में टाशी छोडुप, वरिष्ठ अधिशाषी अभियन्ता हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत निगम रिकांग पिओ को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया। कर्मचारी वर्ग में वरूण कश्यप, आशुटंकक जिला लोक सम्पर्क कार्यालय किन्नौर को प्रथम पुरस्कार तथा अंजू बाला, निजी सहायक उपायुक्त किन्नौर को द्वितीय पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस दौरान महाविद्यालय रिकांग पिओ के प्रधानाचार्य डाॅ. जनक राज को हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए सम्मानित किया गया। इसके अलावा जिला लोक सम्पर्क कार्यालय किन्नौर को जिला में हिंदी भाषा में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए श्रेष्ठ कार्यालय के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
हिंदी दिवस के अवसर पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में करण कुमार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चगांव ने प्रथम स्थान, शशि प्रिया, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मूरंग ने द्वितीय तथा खुशबू, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला निगुलसरी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में दिक्षिता शर्मा, जवाहर नवोदय विद्यालय रिकांग पिओ ने प्रथम स्थान, छेवांग डोलमा लिटल एंजल पब्लिक स्कूल रिकांग पिओ ने द्वितीय तथा सर्वेश बिष्ट राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जंगी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार निबंध लेखन प्रतियोगिता में जवाहर नवोदय विद्यालय रिकांग पिओ की साक्षी ने प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोठी की सुशीला ने द्वितीय तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला किल्बा की प्राची ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों सहित जिला भाषा अधिकारी कार्यालय के नीमा नेगी सहित अन्य उपस्थित थे।
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