आपदा जोखिम को कम करने के लिए पूर्वी कला मंच के कलाकारों ने जगाया अलख

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ऊना, 5 अक्तूबर – जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ऊना के सौजन्य से पूर्वी कला मंच जलग्रां के कलाकारों द्वारा 5 अक्टूबर को कुटलैहड़ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बल्ह टीहरा तथा रावमावि बंगाणा में आपदा जोखिम को कम करने के विषय में जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। नाट्य दल के कलाकारों द्वारा विभिन्न प्रकार की आपदाओं के दौरान बचाव से संबंधित विभिन्न पहलुओं को लघु नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा आपदा की रोकथाम के लिए पर्यावरण संतुलन के महत्त्व के विषय में कलाकारों द्वारा पेड़ लगाओ -पर्यावरण बचाओ समूह गान भी प्रस्तुत किया गया जिसमें पौधारोपण के महत्व तथा भूमि कटाव की रोकथाम बारे विशेष संदेश दिया गया। नाट्य दल के कलाकारों द्वारा आपदा से निपटने के लिए अपनाए जाने वाले विभिन्न तरीकों के बारे में नाटक के माध्यम से बताया। कलाकारों ने बताया कि आपदा के दौरान हम किस प्रकार स्वयं तथा दूसरों की सहायता करके आपदा को कम कर सकते हैं।  कलाकारों ने गीत-संगीत के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों बारे भी उपस्थित छात्र-छात्राओं तथा प्रशिक्षुओं को ज्ञानवर्धक संदेश दिया। 

कार्यक्रम में कुटलैहड़ शिक्षा एवं समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष व सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य योगराज भारद्वाज ने विभिन्न आपदाओं की रोकथाम में पर्यावरण संरक्षण के महत्व बारे बहुमूल्य विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जल, जंगल व जमीन का अवैज्ञानिक ढंग से उपयोग आज पर्यावरण संतुलन के लिए एक बड़ी चुनौती है जिसकी वजह से न केवल निरंतर तापमान में वृद्धि हो रही है बल्कि सामान्य से अधिक बारिशें पृथ्वी पर बाढ़ तथा भूस्खलन के कारण आपदा के हालात पैदा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी किस्म की आपदा की रोकथाम में पौधारोपण का विशेष महत्व है जिससे न केवल पर्यावरण संतुलित होता है बल्कि इससे भूमि कटाव के रोकथाम में भी सहायता मिलती है। उन्होंने कुटलैहड़ आईटीआई तथा कुटलैहड़ पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि वे जीवन में अधिक से अधिक पौधारोपण का संकल्प लें तथा समाज में अन्य लोगों को भी इसके लिए ज्यादा से ज्यादा प्रेरित करें। कार्यक्रम में कुटलैहड़ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बलह टीहरा के प्रधानाचार्य सूबेदार (सेवानिवृत्त) इंजीनियर सोमपाल ने आपदा तथा अन्य परिस्थितियों में विद्युत दुर्घटना की रोकथाम व इससे बचाव के विभिन्न पहलुओं वारे विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने विद्युत वायरिंग में अर्थिंग के महत्व के अलावा करंट लगने पर व्यक्ति का बचाव तथा प्राथमिक उपचार करने बारे महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।

इस अवसर पर कुटलैहड़ पब्लिक स्कूल बल्ह टीहरा में आयोजित कार्यक्रम में कुटलैहड़ शिक्षा एवं समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष व कुटलैहड़ पब्लिक स्कूल व कुटलैहड़ आईटीआई के संस्थापक योगराज भारद्वाज, कुटलैहड़ पब्लिक स्कूल के प्रबंधक विजय भारद्वाज, कुटलैहड़ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की प्रबंध निदेशक रजनीश वाला व प्रधानाचार्य सूबेदार (सेवानिवृत्त) इंजीनियर सोमपाल के अतिरिक्त स्टाफ सदस्य तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित थे

जबकि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बंगाणा में आयोजित कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य सुरजीत सिंह के अलावा समस्त स्टाफ सदस्य गण तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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