हमीरपुर 11 अक्तूबर। अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य पर बुधवार को महिला एवं बाल विकास विभाग ने नगर परिषद हमीरपुर के वार्ड नंबर 4 में एक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी बलबीर सिंह बिरला ने लोगांे से बेटा और बेटी को एक समान समझने तथा बेटियों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से पीछे नहीं हैं। इन्हें आगे बढ़ने के लिए लड़कों के समान ही पर्याप्त अवसर प्रदान किए जाने चाहिए। बेटियों के पोषण और स्वास्थ्य का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।
इस अवसर पर पर्यवेक्षक एवं संरक्षण अधिकारी हमीरपुर प्रदीप कुमार चौहान ने बताया पूरी दुनिया में 11 अक्तूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन किया जाता है। सर्वप्रथम इसका आयोजन वर्ष 2012 में किया गया था। दुनियाभर में बालिकाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने, उनके सेहतमंद जीवन से लेकर शिक्षा और कॅरियर के लिए मार्ग प्रशस्त करने के उद्देश्य से ही यह दिवस मनाया जाता है। पर्यवेक्षक ने कहा कि भारत समेत कई देशों में महिलाओं को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसीलिए, एक बच्ची के जन्म से लेकर परिवार में उसकी स्थिति, शिक्षा के अधिकार और कॅरियर में महिलाओं के विकास में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए जागरुकता फैलाना ही अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य है।
इससे पहले आंगनवाड़ी कार्यकर्ता नीला देवी ने सीडीपीओ और अन्य वक्ताओं का स्वागत किया। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रजनी देवी ने बेटी है अनमोल योजना, विधवा पुनर्विवाह योजना, शगुन योजना, मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना और कई अन्य योजनाओं की जानकारी दी।
कार्यक्रम में कंचन कुमारी, पूजा, गीता, इशिता, महक, मंजू, परविंद्र, सुनीता, सिमरो, आशा, क्लासों देवी, रूबी खातून, नेहा, नीना, सुषमा, ममता और अन्य महिलाएं भी उपस्थित थीं।
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