भौगोलिक परिस्थितियों के कारण हिमाचल प्रदेश में आपदा का जोखिम सदैव बना रहता है। हाल ही में राज्य में प्राकृतिक आपदा से जान व माल का भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश सरकार आपदा की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने तथा बचाव सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को दक्षता से पूर्ण करने के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एस.डी.आर.एफ.) को सुदृढ़ करेगी।
यह जानकारी राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज यहां राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
बैठक के दौरान प्रदेश में आपदा प्रभावितों को प्रदान की जा रही राहत राशि तथा अन्य लाभ पर भी चर्चा की गई। राजस्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश में आपदा प्रभावित परिवारों को विशेष आपदा राहत के तहत अभी तक 227 करोड़ रुपये वितरित किए जा चुके हैं। उन्होंने सभी प्रभावितों को समय पर लाभ प्रदान करने के निर्देश भी दिए।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश में राज्य आपदा मोचन बल की महत्वपूर्ण भूमिका है जो विभिन्न आपदाओं की स्थिति में बचाव कार्यों को अंजाम देता है। आपदा के दौरान किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए राज्य आपदा मोचन बल के जवानों को विभिन्न आपदाओं के लिए अद्यतन प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। आवश्यकता के समय प्रशिक्षित जवानों को तैनात करने के लिए योजना बनाई गई है।
उन्होंने कहा कि जवानों को सभी आवश्यक उपकरण मुहैया करवाएं जा रहे हैं जिसके लिए 12.65 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं ताकि आपदा की स्थिति से निपुणता से निपटा जा सके। जवानों को आम जनता के साथ भी बातचीत कर संचार स्थापित करना चाहिए जिससे जोखिम की स्थिति में स्थानीय लोगों के साथ बेहतर तालमेल से आपदा से निपटा जा सके। विभिन्न आपदाओं की स्थिति में आवश्यक कदम उठाने के बारे भी लोगों को जागरूक किया जाए।
इस अवसर पर प्रधान सचिव राजस्व ओंकार चंद शर्मा, निदेशक एवं विशेष सचिव राजस्व-आपदा प्रबंधन डी.सी. राणा, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक एस.डी.आर.एफ. इल्मा अफरोज़ भी उपस्थित थीं।
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