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शिमला 06 जनवरी –
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री कर्नल डॉ धनी राम शांडिल ने आज यहां परी महल राज्य स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र के सभागार में राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य सेवाओं के संदर्भ में समीक्षा बैठक ली।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश में घर द्वार पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कटिबद्ध है और प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री ने उपस्थित स्वास्थ्य अधिकारियों से परस्पर संवाद स्थापित किया तथा स्वास्थ्य सुविधाओं के संदर्भ में उनके सुझाव आमंत्रित किए और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने रोगी वाहनों, 108 एंबुलेंस सेवा, संस्थागत प्रसव, आपातकालीन सेवाएं, दवाइयों के स्टॉक के संबंध में विस्तृत चर्चा की ताकि ग्रामीण एवं दुर्गम क्षेत्रों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके।
कैबिनेट मंत्री ने उपस्थित स्वास्थ्य अधिकारियों से परस्पर संवाद स्थापित किया तथा स्वास्थ्य सुविधाओं के संदर्भ में उनके सुझाव आमंत्रित किए और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने रोगी वाहनों, 108 एंबुलेंस सेवा, संस्थागत प्रसव, आपातकालीन सेवाएं, दवाइयों के स्टॉक के संबंध में विस्तृत चर्चा की ताकि ग्रामीण एवं दुर्गम क्षेत्रों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके।
सरकारी अस्पतालों में 24 घंटे उपलब्ध होगी पोस्टमार्टम की सुविधा
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में पोस्टमार्टम की सुविधा 24 घंटे उपलब्ध होगी जिससे लोगों को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सुदृढ़ बनाने की दिशा में कार्य कर रही है ताकि लोगों को घर द्वार पर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। इसके अतिरिक्त, उन्होंने राज्य में स्वास्थ्य कर्मियों के रिक्त पदों को शीघ्र भरने का आश्वासन भी दिया तथा टीकाकरण की प्रक्रिया को मजबूत बनाने पर बल दिया ताकि शिशु और माँ की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इससे पूर्व निदेशक स्वास्थ्य सुविधाएं डॉक्टर गोपाल बेरी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और उन्हें राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग एम सुधा देवी ने स्वास्थ्य अधिकारियों से सीधा संवाद स्थापित किया और उनके संशय दूर किए।
इस अवसर पर निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉक्टर राकेश शर्मा और प्रदेश भर से आए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गण एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
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