धर्मपुर (मंडी), 8 जनवरी। हिमाचल सरकार के नव उद्घोषित कार्यक्रम ’सरकार गांव के द्वार’ का मंडी जिले के धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के टिहरा से आगाज हुआ। धर्मपुर के विधायक चंद्रशेखर ने सोमवार को कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए ग्राम पंचायत टिहरा में शिविर लगाया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जनता की समस्याओं के निदान को प्राथमिकता देने तथा केवल सलाह देने की बजाय पक्का समाधान सुनिश्चित करने की नसीहत दी। कार्यक्रम में उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
बता दें, प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर जनता की समस्याओं के निदान और लोगों को जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराने तथा उनका लाभ सुनिश्चित बनाने के लिए सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम शुरू किया है। संपूर्ण प्रदेश में 8 जनवरी से से आरंभ हुए इस कार्यक्रम का पहला चरण 12 फरवरी तक चलेगा। इसमें सरकार के नुमाइंदे और विधायक तथा कार्यकर्ता संबंधित विधानसभा क्षेत्र का व्यापक दौरा करेंगे तथा जन समस्याओं के समाधान के साथ ही प्रदेश सरकार के एक वर्ष के जनहितकारी कार्यों से लोगों को अवगत कराएंगे।
पांच पंचायतों की समस्याओं का हुआ निदान
विधायक चंद्रशेखर ने बताया कि कार्यक्रम में धर्मपुर विधान सभा क्षेत्र की पांच पंचायतों ग्रयोह, कोट, टिहरा, तनिहार तथा ग्रोडू गद्दीधार के लोग सम्मिलित हुए। इस दौरान लोगों ने घरों रास्तों, डंगो, बिजली आपूर्ति, नालियों, सड़कों, शमशानघाट निर्माण, पेयजल, शिवा प्रोजेक्ट, सोलर लाईटस लगाने, मनरेगा कार्य, अनियमित गैस सप्लाई, आपदा से हुई क्षति इत्यादि से संबंधित अपनी समस्याएं तथा मांगें रखीं। विभिन्न जन समस्याओं का मौके पर ही निपटारा किया गया व शेष समस्याओं को शीघ्र निपटाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
विधायक ने समस्याओं के समाधान में सामूहिक प्रयासों पर बल दिया। उन्होंने इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने ग्राम पंचायत प्रधानों को 15वें वित्तायोग की अव्यय धनराशि का लोकभलाई के विकास कार्यों में सदुपयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि जिन पंचायतों के अपने भवन अभी बनाए जाने हैं, वे जल्द से जल्द 10 बिस्वा जमीन चयनित कर लें, ताकि निर्माण के लिए निर्धारित धनराशि जारी की जा सके। उन्होंने अधिकारियों को ग्राम सभा द्वारा अनुमोदित कार्यों को प्राथमिकता पर करने को कहा।
आपदा प्रभावितों की मदद के लिए ठोस कदम
चंद्रशेखर ने कहा कि आपदा प्रभावितों की मदद के लिए हिमाचल सरकार ने गंभीरता से ठोस कदम उठाए हैं। प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए राज्य सरकार ने 4500 करोड़ रुपए का विशेष राहत पैकेज घोषित किया है, जिसमें मुआवजा राशि को कई गुना बढ़ाया गया है। पहले जहां पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकान की ऐवज में 1.30 लाख रुपए मिलते थे, इसे राज्य सरकार ने बढ़ाकर 7 लाख रुपए किया है। इसके साथ ही उन्हें घर बनाने के लिए किफायती दर से सीमेंट तथा बिजली-पानी का फ्री कनेक्शन भी उपलब्ध करवाएगी। घर को आंशिक नुकसान होने पर मुआवजा राशि में बढ़ोतरी कर इसे एक लाख रुपए किया गया है। नए प्रावधानों के अनुसार गाय व भैंस जैसे दुधारू की मृत्यु पर प्रति पशु 55 हजार रुपए की वित्तीय सहायता दी जा रही है। भेड़ और बकरी की मृत्यु पर मिलने वाली वित्तीय सहायता को 4000 रुपये से बढ़ाकर 6000 रुपये किया गया है। यही प्रदेश सरकार का व्यवस्था परिवर्तन है।
पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह धर्मपुर में
उन्होंने कहा कि धर्मपुर वासियों के लिए यह अत्यन्त गौरव है कि प्रदेश स्तरीय पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह 25 जनवरी को धर्मपुर में मनाया जा रहा है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्यातिथि होंगे। उन्होंने सफल आयोजन के लिए धर्मपुर वासियों से सक्रिय सहयोग को कहा।
9 को यहां होेंगे कार्यक्रम
विधायक ने बताया कि ’सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम की श्रृंखला में धर्मपुर विस में 9 जनवरी को दोपहर 12 बजे गांव बहरी तथा 2 बजे ग्राम पंचायत तनेहड़ में सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम होगा।
इस अवसर पर कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष प्रकाश चंद बबी, बीडीओ विवेक गुलेरिया, अधिशाषी अभियन्ता विवेक शर्मा, नायब तहसीलदार टिहरा शशि पाल मोदगिल, अधिशाषी अभियन्ता सुनिल ठाकुर,सहायक अभियंता जलशकित नंद लाल शर्मा, सहायक अभियंता लोक निर्माण नरेंद्र राणा, पांचों पंचायतों के प्रधान, उप प्रधान, वार्ड सदस्य व पंचायत सचिव उपस्थित थे।
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