हिमाचल प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों के साथ संवाद के दौरान विभिन्न दुग्ध सहकारी सभाओं के प्रतिनिधियों ने दूध के खरीद मूल्य एकमुश्त छः रुपये बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया।
जिला कांगड़ा के पालमपुर क्षेत्र के अनिल कुमार ने कहा कि वह वर्ष 1995 से दुग्ध सोसायटी का संचालन कर रहे हैं और 30 वर्ष में दूध खरीद मूल्य केवल 18 रुपये बढ़ा, जबकि मुख्यमंत्री ने एक वर्ष में 6 रुपये बढ़ाकर प्रदेश के हजारों किसानों को लाभ पहुंचाया है। उन्होंने भेड़ और बकरी की मृत्यु पर मिलने वाले मुआवजे को बढ़ाकर 6 हजार रुपये करने तथा गाय-भैंस की मृत्यु पर मिलने वाले मुआवजे को बढ़ाकर 55 हजार करने पर भी मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
वहीं जिला कांगड़ा के नगरोटा बगवां के विकास सरीन ने कहा कि वह गुड़गांव के एसी ऑफिस में बैठ कर काम करते थे और कभी नहीं सोचा था कि दुग्ध सोसायटी बनाकर दूध उत्पादन से जुड़ेंगे। शुरूआत में काफी दिक्कत आई और तीन लीटर दूध एकत्र करने के लिए तीन महीने तक प्रयास किए और एक लाख रुपये खर्च किए, लेकिन दूध खरीद मूल्य में एकमुश्त छः रुपये की बढ़ौतरी से अब 450 किसान उनकी सोसायटी से जुड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दूध की गुणवत्ता काफी अच्छी है तथा इसे प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
जिला हमीरपुर की नादौन निवासी सुनीता ने कहा कि कभी किसी ने उम्मीद नहीं की थी कि कोई सरकार दूध के खरीद मूल्य को एक साथ छः रुपये बढ़ाएगी, लेकिन मुख्यमंत्री ने दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए प्रदेश के हजारों किसानों को लाभ पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि पहले अधिकतम 50 पैसे या एक रुपये तक की ही बढ़ौतरी होती थी, लेकिन वर्तमान राज्य सरकार का यह प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि पहले सोसायटी से लोगों को जोड़ने में कठिनाई आती थी, लेकिन अब वे खुद-ब-खुद दूध उत्पादन से जुड़ने लगे हैं।
कुल्लू निवासी रीना देवी ने भी दूध खरीद मूल्य छः रुपये बढ़ाने पर राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया और कहा कि इससे उनकी आय लगभग 4500 रुपये बढ़ी है। पहले प्रतिमाह उन्हें 18,600 रुपये आय होती थी तथा अब वह हर महीने लगभग 22,900 रुपये तक कमा रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले लोग मनमर्जी के मूल्य पर दूध खरीदते थे, लेकिन अब वह मिल्कफैड को दूध बेच कर अच्छा मुनाफा कमा रही हैं।
मनाली निवासी पन्ना लाल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दूध खरीद मूल्य एक साथ छः रुपये बढ़ाने से प्रदेश के हजारों किसानों को लाभ हुआ है और उन्हें अब 4500 रुपये प्रति माह की अतिरिक्त आय प्राप्त हो रही है। आनी के ओम प्रकाश ने भी रेट बढ़ाने पर धन्यवाद किया।
जिला शिमला के रामपुर बुशैहर निवासी तुला राम ने कहा कि राज्य सरकार की सीधे किसानों से बात करने का प्रयास सराहनीय है, जिसका लाभ किसानों को आने वाले समय में मिलेगा। उन्होंने कहा कि मिल्कफैड के माध्यम से किसानों को 15 दिन में पैसा उनके खाता में आ रहा है। उन्होंने पशु आहार को सस्ता करने और दुधारू पशुओं का बीमा करने का सुझाव भी दिया।
व्यास कामधेनु बिलासपुर के जे.आर. कौंडल ने कहा कि प्रदेश के किसान सौभाग्यशाली हैं कि मुख्यमंत्री ने स्वयं किसानों के साथ संवाद करने की पहल की है। उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से सरकार से बातचीत करना चाहते थे, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने उन्हें एक मंच प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि संस्था गांव के भले के लिए काम कर रही है और 70 ग्राम पंचायतों से प्रतिदिन 40 हजार लीटर दूध एकत्र कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री किसानों के सच्चे हमदर्द हैं।
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