कुल्लू, 9 मई
हिमतरु प्रकाशन समिति ने ज़िला मुख्यालय स्थित ज़िला परिषद् सभागार में अपना 20वां स्थापना दिवस समारोह मनाया । सचिव शिक्षा, भाषा कला संस्कृति, सूचना एवं जन संपर्क , सामान्य प्रशासन, सैनिक कल्याण, पशुपालन विभाग, संसदीय कार्य व सचिव मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार राकेश कंवर बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए जबकि उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस. रवीश तथा जिला पर्यटन अधिकारी सुनैयना शर्मा कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर उपस्थित रही।
हिमतरु के स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर सचिव शिक्षा, भाषा कला संस्कृति, सूचना संपर्क विभाग, सामान्य प्रशासन, सैनिक कल्याण, पशुपालन विभाग, संसदीय कार्य व सचिव मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार राकेश कंवर ने कहा कि कुल्लू की धरा साहित्य दृष्टि से उर्वर एवं स्मृद्ध है तथा यहां वर्ष भर, सांस्कृतिक, कलात्मक एवं सम्बद्ध गतिविधियों के आयोजन होते रहते हैं, हिमतरु इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है, जिसके भविष्य में बेहतरीन परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि कुल्लू में जिस प्रकार साहित्य एवं सम्बद्ध गतिविधियां होती रहती हैं, इससे यहां से एक स्तरीय साहित्यिक पत्रिका का प्रकाशन होना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि स्कूल, काॅलेज तथा सार्वजनिक पुस्तकालयों में बंद पड़ी विविध साहित्यिक पत्रिकाओं एवं पुस्तकों को बाहर निकलने की आवश्यकता है ताकि पठन-पाठन में हर आयु वर्ग के लोगों में रुची पैदा हो। उन्होंने स्कूलों व कालेजों में अध्ययनरत विद्यार्थियों से पाठ्क्रम पुस्तको के अलावा अन्य पुस्तकें पढ़ने पर बल दिया।उन्होंने कहा कि आजके डिजिटल युग मे भी पहले की अपेक्षा अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो रही है।और लोगो का पुस्तको को पढ़ने के प्रति रुझान भी बढ़ा है।उन्होंने कहा कि हिमाचल के लेखक अपने लेखन को राष्ट्रीय स्तर पर मार्केटिंग नहीं कर पाए जबकि यहां लेखकों की लेखनी देश भर के नामी लेखकों से कम नही है। उन्होंने कहा कि यहां सुंदर लोहिया जैसे स्मृद्ध लेखक हैं, जिनकी कहानियां देश के किसी भी बड़े लेखक से कम नहीं आंकी जा सकती।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा ‘कुल्लू साहित्य उत्सव विशेषांक’, व कहानीकार शेर सिंह की पुस्तक ‘यायावरी’ का लोकार्पण किया ।
कार्यक्रम में लोक संपर्क अधिकारी नरेन्द्र शर्मा, जिला भाषा अधिकारी सुनिला ठाकुर, जिला खेल अधिकारी कविता ठाकुर, हिमतरु प्रकाशन समिति के पदाधिकारियों में किशन श्रीमान, इंदु पटियाल, रमेश पठानिया तथा कुल्लू साहित्य उत्सव समिति से निरंजन देव शर्मा, संजू पाॅल, उरसेम लता, प्रतिमा शर्मा तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी व संस्थाओं के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
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