टूट रहीं बेड़ियां: इंडियास्किल्स 2024 में महिलाओं ने बाजी मारी

Read Time:9 Minute, 0 Second

यशोभूमि, द्वारका में 15 से 19 मई 2024 तक चलने वाली इंडियास्किल्स प्रतियोगिता 2024 के दौरान उन व्यवसायों में महिलाओं की भागीदारी में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, जिन पर पहले पुरुषों का वर्चस्व था। महिला प्रतिभागी अपने पुरुष समकक्षों के साथ सीधे मुकाबले में भाग ले रही हैं, बहुत जोश और उत्साह का प्रदर्शन कर रही हैं। साथ ही, यह साबित कर रही हैं कि कौशल और प्रतिभा किसी भी रूप में लैंगिक वजहों से बाधित नहीं होती।

इस वर्ष, इंडियास्किल्स में 30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 61 कौशलों से जुड़े 900 से अधिक उम्मीदवार और 400 से अधिक उद्योग विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। लॉजिस्टिक्स और फ्रेट फॉरवर्डिंग, वेब टेक्नोलॉजीज, विजुअल मर्चेंडाइजिंग, फैशन तकनीक, ग्राफिक डिजाइन तकनीक, पेंटिंग और डेकोरेटिंग, इलेक्ट्रिकल इंस्टॉलेशन, औद्योगिक डिजाइन प्रौद्योगिकी व नवीकरणीय ऊर्जा जैसे व्यवसायों में 170 से अधिक महिलाएं भाग ले रही हैं। यह प्रतियोगिता समान अवसर प्रदान करने के लिए एक मंच भी प्रदान कर रही है। पिछले वर्षों में, प्लंबिंग और हीटिंग कौशल में एक महिला उम्मीदवार ने भाग लिया था। परिदृश्य (लैंडस्केप) बागवानी कौशल में दो महिला टीमें थीं। विजुअल मर्चेंडाइजिंग में भी महिलाओं का वर्चस्व था। मोबाइल रोबोटिक्स में भी दो लड़कियों की टीम ने हिस्सा लिया।

इंडियास्किल्स 2024 के निर्णायक मंडल के सदस्य और इंडियास्किल्स 2022 के विजेता सोनू लाठेर ने कहा, “इंडियास्किल्स 2024 में महिलाओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जिससे उनकी अपार प्रतिभा और लचीलेपन का पता चलता है। यह बढ़ता प्रतिनिधित्व न केवल उनके कौशल का प्रमाण है, बल्कि हमारे देश के लिए अधिक समावेशी और न्यायसंगत भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।”

ओडिशा से इंडियास्किल्स 2024 में भाग लेने वाली कीर्तिपर्णा सदांगी ने कहा कि उन्हें पिछले साल की प्रतियोगी रिंकी महतो से प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा, “अगर मुझे फ्रांस जाने का मौका मिलता है, तो मैं वैश्विक मंच पर हमारे तिरंगे को गौरवान्वित करने के लिए दृढ़ संकल्पित हूं।”

ऑटोनॉमस मोबाइल रोबोटिक्स, ऑटोमोबाइल रिपेयरिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग और मेक्ट्रोनिक्स जैसे नए युग के कौशल भी इंडियास्किल्स 2024 के इस संस्करण में काफी लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। उम्मीदवार इन उभरते क्षेत्रों में बहुत उत्साह और दृढ़ संकल्प के साथ भाग ले रहे हैं। नए जमाने के कौशल नवाचार को बढ़ावा देकर, उत्पादकता बढ़ाकर और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देकर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिहाज से महत्वपूर्ण होते जा रहे हैं। ये कौशल एक जीवंत स्टार्ट-अप इकोसिस्टम को बढ़ावा दे रहे हैं, नई भूमिकाओं का सृजन बना रहे हैं और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को आकर्षित कर रहे हैं, जो सभी आर्थिक विकास में योगदान करते हैं। इसके अलावा, डिजिटल और तकनीकी कौशल में दक्षता देश की निर्यात क्षमताओं को बढ़ाती है, हरित प्रौद्योगिकियों के माध्यम से सतत विकास का समर्थन करती है, और स्मार्ट बुनियादी ढांचे के माध्यम से समग्र जीवन स्तर में सुधार करती है।

ऑटोनॉमस मोबाइल रोबोटिक्स के जूरी, महाराष्ट्र के अक्षत मराठी ने कहा, “इंडियास्किल्स 2024 हमारे भविष्य को आकार देने में नए युग के कौशल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालता है, जिसमें प्रतिभागी अत्याधुनिक तकनीकों में विशेषज्ञता का प्रदर्शन करते हैं। ये कौशल नवाचार को बढ़ावा दे रहे हैं, उत्पादकता बढ़ा रहे हैं और भारत को डिजिटल अर्थव्यवस्था में वैश्विक अग्रणी के रूप में स्थापित कर रहे हैं।”

इंडियास्किल्स 2024 के विजेता, सर्वश्रेष्ठ उद्योग प्रशिक्षकों की मदद से, सितंबर 2024 में फ्रांस के लियोन में होने वाली वर्ल्डस्किल्स प्रतियोगिता के लिए तैयारी करेंगे और इसमें 70 से अधिक देशों के 1,500 प्रतियोगी भाग लेंगे। इस साल, शुरुआती रुझानों से यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत वर्ल्डस्किल्स में ऑटोमोबाइल, हॉस्पिटैलिटी, मेक्ट्रोनिक्स और जल प्रौद्योगिकी में पदक जीतेगा।

प्रशिक्षकों के साथ-साथ, प्रतियोगियों को पिछले वर्ल्डस्किल्स के विजेताओं द्वारा निर्देशित किया जा रहा है। इससे न केवल उन्हें व्यवसाय की बारीकियों को समझने में मदद मिल रही है, बल्कि उन्हें अतिरिक्त बढ़त हासिल करने में भी मदद मिल रही है। एमएसडीई के तहत काम कर रहा राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) इस कार्यक्रम को क्रियान्वित कर रहा है और यह 19 मई को एक भव्य समापन समारोह के साथ समाप्त होगा।

इस वर्ष प्रतिभागियों को राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क के अंतर्गत साख (क्रेडिट) हासिल करने का अवसर मिलेगा। वर्ल्डस्किल्स और इंडियास्किल्स दोनों प्रतियोगिताओं में प्रदर्शित सभी कौशल राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के साथ कुशलतापूर्वक जुड़े हैं, जिससे प्रतिभागियों को अपने सीखने के परिणामों में सुधार और अपने चुने हुए क्षेत्रों में एक संपन्न कैरियर बनाने का अधिकार मिलता है। यह पहली बार है कि इंडियास्किल्स ने क्यूरेंसिया नामक एक प्रतियोगिता सूचना प्रणाली को शामिल किया है।

स्किल इंडिया डिजिटल हब (एसआईडीएच) पोर्टल पर प्रतियोगिता के लिए लगभग 2.5 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 26,000 को प्री-स्क्रीनिंग की प्रक्रिया के माध्यम से छांटा गया था। यह डेटा राज्य और जिला स्तरीय प्रतियोगिता के आयोजन के लिए राज्यों के साथ साझा किया गया था, जिसमें से 900 से अधिक छात्रों को इंडिया स्किल्स राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चुना गया था।

इस वर्ष, इंडियास्किल्स को 400 से अधिक उद्योग और शैक्षणिक साझेदारों का समर्थन प्राप्त है, जिनमें टोयोटा किर्लोस्कर, ऑटोडेस्क, जेके सीमेंट, मारुति सुजुकी, लिंकन इलेक्ट्रिक, एनएएमटेक, वेगा, लॉरियल, श्नाइडर इलेक्ट्रिक, फेस्टो इंडिया, आर्टेमिस, मेदांता और सिगनिया हेल्थकेयर आदि शामिल हैं।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Previous post कान फिल्म महोत्‍सव में आकर्षण का केंद्र बना भारत पर्व का जश्न
Next post विधानसभा क्षेत्र 20-बैजनाथ (अ.जा.) के 99-बड़ाभंगाल और 54-कसौली (अ.जा.) के 27-ढिल़्लों में सहायक मतदान केन्द्र होंगे स्थापित
error: Content is protected !!