हिमाचल में 48 घंटे में बारिश का कहरः 16 लोगों की मौत; 5 लापता, सिरमौर में एक परिवार पर बरसी आफतसिरमौर के रोनाहट के खिजवाड़ी गांव में बीती रात एक मकान पर मलबा गिरने से चार बच्चों समेत 6 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में पति पत्नी, तीन बच्चे और उनकी भांजी शामिल है.
इसी तरह रविवार रात को सिरमौर के ही बड़ू साहिब में भारी बारिश से कालेज में पानी घुस गया और इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई. कुछ गाड़ियां भी बाढ़ में बह गईं. सिरमौर के ही मोजा मंडी में एक व्यक्ति बाढ़ में बह गया, जिसकी तलाश की जा रही है. सोलन में खड्ढ में हिमाचल पुलिस का जवान बह गया, जिसका 24 घंटे बाद भी कुछ पता नहीं चला है. फिलहाल, मंगलवार को भी सूबे में बारिश का मौसम बना हुआ है.
लेह मनाली हाईवे खुलने के आसार
लाहौल स्पीति में सोमवार को मौसम साफ था. ऐसे में लेह-मनाली खुलने के आसार हैं. हाईवे बीते कुछ दिन से बंद है. फिलहाल, मनाली लेह राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-003) पर दारचा तक वाहनों की आवाजाही हो रही है. दारचा सरचू (बारालाचा पास)राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-003) अभी वाहनों की आवाजाही के लिए बन्द है. दारचा शिंकुला यातायात गतिविधि के लिए बन्द है. साथ ही कोक्सर लोसर काजा राजमार्ग (NH-505) खुला है और पांगी किलाड़ राजमार्ग(SH-26) बन्द है.
कुल्लू के जलोड़ी पास में एक ट्रेवलर दुर्घटनाग्रस्त होने से 7 लोगों की मौत हो गई और 10 छात्र घायल हो गए. चंबा की ढिमका पंचायत के बकनी में फ्लैश फ्लड में तीन व्यक्ति लापता हैं. किन्नौर के पागल नाला में बाढ़ से भारी तबाही हुई है. शिमला जिला के बाघ स्कूल बारिश में जमींदोज हो गया है. हिमाचल में पिछले एक सप्ताह में प्रदेश में सामान्य से 92% ज्यादा बारिश हुई है. मौसम विभाग के अनुसार, 19 से 25 सितंबर तक प्रदेश में औसत बारिश 29.1 मिलीमीटर होती है, लेकिन इस बार 55.8 मिलीमीटर बारिश हुई. राज्य के सभी जिलों में औसत से अधिक बारिश हुई है. मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पॉल का कहना है कि आगामी 3-4 दिनों तक मॉनसून के सक्रिय रहने का पूर्वानुमान है. लेकिन ज्यादा बारिश होने की आशंका कम है. लेकिन फिर भी एतियात बरतने की जरूरत है.
मरने वालों का आंकड़ा 400 पार
हिमाचल में मानसून की बारिश से इस बार जान-माल का भारी नुकसान हुआ है. मौजूदा मानसून सीजन में जान गंवाने वालों का आंकड़ा 400 पहुंच गया. 29 जून से 26 सितंबर तक 730 लोग घायल हुए और 14 लोग लापता हैं. इनमें सड़क हादसे भी शामिल हैं. मानसून के दौरान मंडी और शिमला जिला में 62-62 लोगों की जान गई है, जबकि कुल्लू में 48, चंबा में 40 और सिरमौर में 45, ऊना में 41 और सोलन में 24 लोगों ने जान गंवाई. किन्नौर में 8, लाहौल स्पीति में 10, हमीरपुर में 14 और बिलासपुर में 19 लोगों की मौत बारिश की वजह से हुए हादसों में हुई है. उधर, भारी बारिश से 2300 करोड़ रुपए की सरकारी और निजी संपत्ति तबाह हो गई है. बीते 5 साल में यह नुकसान सबसे ज्यादा है.
केंद्र को भेजी है नुकसान की रिपोर्ट
मुख्य सचिव आरडी धीमान ने कहा कि अब तक राज्य में करीब 2300 करोड़ रुपये की संपत्ति के नुकसान का अनुमान है. केंद्र से 200 करोड़ रुपए अंतरिम सहायता के रूप में मिले हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में राहत और बचाव कार्य में किसी तरह की देरी नहीं हुई है और जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई की कोशिशें जारी हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश को अब तक हुए नुकसान का पूरा आंकलन कर केंद्र को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी. इससे पहले 2000 करोड़ के नुकसान की रिपोर्ट भेजी जा चुकी है. http://dhunt.in/CcPdx?s=a&uu=0x5f088b84e733753e&ss=pd Source : “News18”
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