महिला एवं बाल विकास योजनाओं का हो व्यापक प्रचार-प्रसार: अमरजीत सिंह

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डीसी ने की विभाग की सभी योजनाओं की समीक्षा, अधिकारियों को दिए निर्देश

हमीरपुर 22 अगस्त। उपायुक्त अमरजीत सिंह ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को विभाग की सभी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं। वीरवार को यहां हमीर भवन में विभाग की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते उपायुक्त ने कहा कि कोई भी पात्र एवं जरुरतमंद महिला या बच्चा इन योजनाओं से नहीं छूटना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिले में छह माह से 3 वर्ष तक के 14,116 शिशुओं और 3 वर्ष से 6 वर्ष तक के 3528 बच्चों को 1351 आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से पोषाहार दिया जा रहा है। गंभीर कुपोषण के शिकार 125 बच्चों और आंशिक कुपोषण से पीड़ित 516 बच्चों के सही पोषण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लगभग 4915 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को भी पोषाहार मिल रहा है। आंगनवाड़ी भवनों में आवश्यक सुविधाओं की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने जल शक्ति विभाग और बिजली बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बिजली-पानी के कनेक्शन से छूटे भवनों को प्राथमिकता के आधार पर कनेक्शन प्रदान करें। सामुदायिक भवनों और स्कूल भवनों में चल रहे आंगनवाड़ी केंद्रों को भी ये कनेक्शन देने के लिए स्थानीय पंचायत या प्रारंभिक शिक्षा विभाग के साथ समन्वय स्थापित करें। उपायुक्त ने बताया कि जिला में 49 आंगनवाड़ी भवनों के लिए मनरेगा कनवर्जेंस के तहत धनराशि मंजूर की गई है। इनके कार्य भी अतिशीघ्र शुरू होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए सरकार ने कुछ महत्वपूर्ण अधिनियम बनाए हैं तथा टॉल फ्री नंबर 181 पर महिला हेल्पलाइन भी आरंभ की है। इसका भी व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए। किसी भी तरह के अत्याचार से पीड़ित महिलाओं को 5 दिन तक अस्थायी आश्रय प्रदान करने के लिए गांव रकड़ियाल में वन स्टॉप सेंटर की स्थापना की गई है। इस वित्त वर्ष में अभी तक इस सेंटर में 47 महिलाओं को कानूनी सहायता एवं साइको-सोशल काउंसलिंग तथा 2 पीड़ितों को अस्थायी आश्रय भी दिया जा चुका है।
उपायुक्त ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत आयोजित जागरुकता गतिविधियों के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं और इससे जिला के लिंगानुपात में सुधार नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत इस वर्ष अभी तक 43 लाभार्थियों को 21.93 लाख रुपये दिए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री शगुन योजना की 92 लाभार्थियों को 28.52 लाख, मदर टेरेसा अक्षय मातृ संबल योजना की 1085 लाभार्थियों को लगभग 5 लाख और विधवा पुनर्विवाह योजना की 9 लाभार्थियों को 5.85 लाख रुपये की राशि दी गई है। बैठक में प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना, बेटी है अनमोल योजना, महिला स्वरोजगार और कई अन्य योजनाओं की समीक्षा भी की गई।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिल कुमार ने विभिन्न योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत दी लाखों की सहायता राशि

मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना की समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने बताया कि बाल आश्रम सुजानपुर में रखे गए 12 बच्चों को इस योजना के तहत इस वित्त वर्ष के दौरान लगभग एक लाख रुपये दिए जा चुके हैं। जिला में 18 से 27 वर्ष तक के युवाओं को भी इसी योजना के तहत 29.62 लाख की राशि दी गई है। 14 युवाओं को उच्च शिक्षा या व्यावसायिक शिक्षा के लिए लगभग 10.98 लाख की सहायता राशि प्रदान की गई है। एक युवा को सरकार की ओर से जमीन भी उपलब्ध करवाई गई है। 27 युवाओं को मकान निर्माण और 10 युवाओं को शादी के लिए आर्थिक मदद प्रदान करने के मामले स्वीकृति के लिए भेजे गए हैं।

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