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धर्मशाला, 5 सितंबर। जिला कांगड़ा में आपदा प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों के लिए प्रशासन व जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा धौलाधार आपदा प्रबंधन पुरस्कार की घोषणा की गई है। उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने बताया कि जिले में आपदा से निपटने की तैयारी और प्रतिक्रिया में जो लोग वास्तविक बदलाव ला रहे हैं, उनको सम्मानित करने के लिए प्रशासन द्वारा यह पहल की गई है। उन्होंने बताया कि धौलाधार आपदा प्रबंधन पुरस्कार आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देने वाला एक वार्षिक पुरस्कार है।
डीसी ने बताया कि धौलाधार आपदा प्रबंधन पुरस्कार के लिए कांगड़ा जिले से संबंध रखने वाला कोई भी व्यक्ति जिसने आपदाओं से बचाव और प्रतिक्रिया में सुधार करने के लिए कार्य किया हो, इसके लिए आवेदन कर सकता है। इसके लिए सरकारी आपदा प्रबंधन एजेंसियों में सेवारत कर्मचारी के अलावा किसी भी पृष्ठीाूमि का व्यक्ति पात्र है।
ऐसे करें आवेदन
धौलाधार आपदा प्रबंधन पुरस्कार के लिए 5 सितंबर, 2024 से डीडीएमए कांगड़ा की वेबसाइट ddmakangra.org पर ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 25 सितंबर, 2024 है। आवेदन में आवेदक के आपदा प्रबंधन कार्य और किसी भी निर्दिष्ट क्षेत्र में उपलब्धियों का विवरण होना चाहिए। इसके अलावा आवेदन का समर्थन करने के लिए फोटो, वीडियो और प्रमाणपत्र शामिल करें। उपायुक्त ने बताया कि पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाला कोई भी व्यक्ति नामांकन प्रस्तुत कर सकता है। अधिक जानकारी के लिए रॉबिन कुमार से [email protected]/88948 51111 पर संपर्क किया जा सकता है।
इन क्षेत्रों में हो योगदान
धौलाधार आपदा प्रबंधन पुरस्कार के लिए वे लोग पात्र होंगे जिन्होंने जिले में आपदा रोकथाम और शमन में अनुकरणीय योगदान दिया हो। ऐसे व्यक्ति जिन्होंने आपदा तैयारियों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने, कठिन क्षेत्रों में जोखिम को कम करने के लिए पहल करने वाले, आपदा प्रबंधन के लिए अभिनव आपदा प्रबंधन योजनाएं विकसित करने या प्रौद्योगिकी का उपयोग करने वाले तथा आपदा प्रतिक्रिया और जोखिम न्यूनीकरण के लिए सामुदायिक क्षमता का निर्माण करने वाले व्यक्ति इसके लिए खोजे जा रहे हैं।
इसके अलावा आपदा के दौरान त्वरित प्रतिक्रिया और सुधार के लिए काम करने वाले व्यक्ति भी पुरस्कार के लिए पात्र होंगे। इनमें जनता को उचित समय में आपदा की जानकारी प्रदान करना, आपदा के दौरान लोगों और जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना, जीवन, संपत्ति, आजीविका और समुदायों पर आपदा के प्रभाव को कम करना, प्रभावी आपदा प्रतिक्रिया के लिए संसाधन और व्यक्तियों को जुटाना, आपदाग्रस्त क्षेत्रों में तत्काल राहत पहुँचाना, आपदा के बाद सुधार और पुनर्वास प्रयासों का समर्थन करना इसमें शामिल हैं।
एडीएम की अध्यक्षता में कमेटी करेगी चयन
बकौल उपायुक्त, पुरस्कार विजेताओं का अंतिम चयन अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में गठित एक समिति करेगी, जिसमें कमांडेंट होमगार्ड, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और डीएसपी राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल द्वारा शामिल होंगे। विजेताओं का चयन उनके काम के प्रभाव और नवाचार के आधार पर किया जाएगा। इसके लिए जिला कांगड़ा से शीर्ष तीन नामांकित व्यक्तियों को मान्यता दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पुरस्कार विजेताओं की घोषणा 13 अक्टूबर, 2024 को अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के दिन की जाएगी।
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