हमीरपुर 03 अक्तूबर। अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य पर महिला एवं बाल विकास विभाग 2 से 11 अक्तूबर तक बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत कई जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
वीरवार को हमीरपुर की निकटवर्ती ग्राम पंचायत बजूरी के आंगनवाड़ी केंद्र दुगनेड़ी में भी एक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर विभाग के महत्वपूर्ण कार्यक्रम मिशन शक्ति की जिला समन्वयक कल्पना ठाकुर ने बताया कि इस वर्ष 2 से 11 अक्तूबर तक अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के तहत जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसका शुभारंभ 2 अक्तूबर को विशेष ग्राम सभा में प्रतिभाशाली बेटियों के सम्मान के साथ किया गया।
कल्पना ठाकुर ने बताया कि हमें अपनी बेटियों पर बेटों की तरह ही गर्व होना चाहिए। उन्होंने बताया कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना वर्ष 2015 से आरंभ की गई थी और यह योजना तीन महत्वपूर्ण मंत्रालयों महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और शिक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से क्रियान्वित की जा रही है।
जिला समन्वयक ने बताया कि योजना के प्रथम चरण में पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट को लागू करना, व्यापक जागरुकता अभियान चलाना और कम शिशु लिंगानुपात वाले 100 जिलों में विशेष रूप से कार्य करना सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने बताया कि बुनियादी स्तर पर लोगों को प्रशिक्षित, संवेदनशील और जागरुक बनाकर तथा सामुदायिक एकजुटता के माध्यम से लोगों की सोच को बदलने पर जोर दिया जा रहा है।
इस अवसर पर कल्पना ठाकुर ने स्थानीय महिलाओं को सखी वन स्टॉप सेंटर तथा महिला हेल्पलाइन-181 के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी। जेंडर स्पेशलिस्ट निशा और नीतू ने मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना और महिला एवं बाल विकास विभाग की अन्य योजनाओं से अवगत करवाया।
कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र की एक वर्ष तक की 15 बेटियों का जन्मदिन केक काटकर मनाया गया और उपस्थित गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की रस्म अदा की गई। इसके अलावा बजूरी पंचायत में दो या केवल एक ही बेटी की माताओं को सम्मानित किया गया। इस मौके पर स्थानीय आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और अन्य लोग भी उपस्थित रहे।
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