पहले खो-खो विश्व कप की तैयारियां जोरों पर, भारत में होगा उद्घाटन संस्करण
नई दिल्ली, अक्टूबर 2024 – भारत में खो-खो के पहले विश्व कप का आयोजन 13 से 19 जनवरी 2025 के बीच नई दिल्ली में किया जाएगा, जिसमें छह महाद्वीपों के 24 देशों की टीमें हिस्सा लेंगी। खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया ने भारतीय टीम की तैयारियों के लिए 8 दिसंबर 2024 से एक माह का विशेष फिटनेस और प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस आयोजन का उद्घाटन इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में किया जाएगा, और इसमें 16 पुरुष एवं 16 महिला टीमें प्रतिस्पर्धा करेंगी।
अंतर्राष्ट्रीय खो-खो फेडरेशन के अध्यक्ष श्री सुधांशु मित्तल ने बताया कि इस कैंप का मुख्य उद्देश्य खिलाडियों की टीम भावना, शारीरिक और मानसिक मजबूती को बढ़ाना है ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि शिविर के दौरान खिलाड़ियों को विशेष रूप से फिटनेस, स्फूर्ति, रणनीतिक सोच और नेतृत्व कौशल में प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि वे विश्व कप के लिए पूरी तरह से तैयार रहें।
इस कैंप में महिला और पुरुष प्रत्येक टीम के 60-60 खिलाड़ियों को खो-खो के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक प्रशिक्षण दिया जाएगा। इन खिलाड़ियों का चयन राष्ट्रीय खो-खो चैंपियनशिप में उनके प्रदर्शन के आधार पर नेशनल सिलेक्शन कमेटी द्वारा किया गया है। श्री मित्तल ने बताया कि कठिन परिस्थितियों में तनाव से मुक्त होकर बेहतर प्रदर्शन के लिए एक खेल मनोवैज्ञानिक को भी इस प्रशिक्षण शिविर में शामिल किया गया है ताकि खिलाड़ी अपनी चुनौतियों पर खुलकर बात कर सकें।
शिविर के अंत में, महिला और पुरुष दोनों वर्गों से 15-15 खिलाड़ियों का चयन खो-खो विश्व कप के लिए किया जाएगा। खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के अनुसार, वर्तमान में खो-खो 54 देशों में खेला जा रहा है, और इनमें से 23 देशों की 32 टीमें विश्व कप में भाग लेंगी। कुछ देशों से ऑब्जरवेशन डेलीगेट्स भी भेजे जाएंगे। 10 जनवरी 2025 से अंतर्राष्ट्रीय टीमें नई दिल्ली पहुंचनी शुरू हो जाएंगी, और खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा मेहमान टीमों के आवास, भोजन और परिवहन की व्यापक व्यवस्था की जा रही है।
आयोजन में बड़े पैमाने पर तैयारी और सहयोग
इस चैंपियनशिप में 800 से अधिक खिलाड़ी, सहायक स्टाफ और कोचों के भाग लेने की संभावना है, और फेडरेशन ऑफ इंडिया सभी प्रतिभागियों को निशुल्क सुविधाएं प्रदान करेगा। श्री मित्तल ने बताया कि इस आयोजन पर लगभग 75 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है, जिसमें से “ईज़ माई ट्रिप” को ट्रेवल और होस्ट पार्टनर के रूप में नियुक्त किया गया है। साथ ही, अन्य क्षेत्रों में कॉर्पोरेट प्रायोजन के लिए बातचीत जारी है, और भारत सरकार से भी फंडिंग मिलने की संभावना है।
स्टार स्पोर्ट्स सभी मैचों का लाइव प्रसारण करेगा, और सोशल मीडिया के माध्यम से सभी मैचों की लाइव स्ट्रीमिंग भी उपलब्ध होगी। दर्शकों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आयोजन स्थल पर मुफ्त प्रवेश की व्यवस्था की जाएगी, और छोटे बच्चों में खो-खो के प्रति रुचि जगाने के लिए दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सभी स्कूलों के बच्चों को आमंत्रित किया गया है।
फेडरेशन ऑफ इंडिया ने खो-खो खेल को बढ़ावा देने के लिए विश्व कप से पहले 10 शहरों के 200 स्कूलों में खेल को लोकप्रिय बनाने की योजना बनाई है। इसके अतिरिक्त, विश्व कप से पहले 50 लाख खिलाड़ियों की सदस्यता पंजीकरण अभियान भी चलाया जाएगा।
खेल की अंतरराष्ट्रीय पहचान बढ़ाने का महत्वपूर्ण अवसर
श्री मित्तल ने बताया कि यह विश्व कप खो-खो की ताकत और गतिशीलता को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह आयोजन खो-खो के ओलंपिक और एशियाई खेलों में शामिल होने की संभावनाओं को भी बढ़ाएगा। उन्होंने कहा, “पहला खो-खो विश्व कप केवल एक खेल आयोजन नहीं है; यह इस प्राचीन खेल को वैश्विक पहचान देने की दिशा में भारत का एक बड़ा कदम है। 2025 विश्व कप गति, रणनीति और खेल उत्कृष्टता का एक अविस्मरणीय उत्सव होने का वादा करता है।”
भारत की मेज़बानी में हो रहा यह खो-खो विश्व कप खो-खो के इतिहास में एक नई सुबह का प्रतीक बनेगा, जिसमें दुनिया भर से खिलाड़ी और प्रशंसक खो-खो के इस वैश्विक सफर का हिस्सा बनेंगे।
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