कांगड़ा बनेगा हिमाचल की पर्यटन राजधानी: मुख्यमंत्री सुक्खू ने परियोजनाओं की प्रगति पर जताई प्रतिबद्धता

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धर्मशाला, 13 नवंबर

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वे कांगड़ा को प्रदेश की पर्यटन राजधानी बनाने की दिशा में कार्यान्वित होने वाले मुख्य सेक्टरों जिसमें बनखंडी में बनने वाला जू, पौंग झील में विकसित होने वाली वाटर स्पोर्ट्स सुविधाएं, कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तार और ढगवार में स्थापित हो रहे अत्याधुनिक मिल्क प्लांट की प्रगति को वे स्वयं निरंतर मॉनिटर करेंगे। मुख्यमंत्री आज धर्मशाला में मिनी सचिवालय के सभागार में विभिन्न विभागों की योजनाओं
व स्कीमों की प्रगति के लिए आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि कांगड़ा हवाई पट्टी के विस्तारीकरण की योजना कांगड़ा को प्रदेश की पर्यटन राजधानी बनाने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली है। मौजूदा समय में कांगड़ा हवाई अड्डे की हवाई पट्टी की लंबाई 1376 मीटर ही है। योजना के मुताबिक हवाई पट्टी को 3010 मीटर लंबा बनाना है ताकि बड़े विमान भी लैंडिंग व उड़ान भर सकें। विस्तार की इस योजना को जमीन पर उतरने के लिए 8 पंचायतों के 14 राजस्व गांवों के तहत आने वाली जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा हवाई अड्डे में मार्च 2025 से सूर्य उदय से सूर्यास्त तक हवाई जहाज की उड़ाने शुरू हो जाएंगी। इसकी स्वीकृति मिल चुकी है। इसके लिए राज्य सरकार एयरपोर्ट ऑथोरिटी को अतिरिक्त सुरक्षा बल उपलब्ध करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार के लिए अधिगृहित की जा रही भूमि के विस्थापितों को दिए जाने वाले मुआवजे की प्रक्रिया प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि दिसंबर तक 50 फीसदी मुआवजे की राशि को वितरित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तार शुरू होगा तो इस हवाई अड्डे पर विमान के नाइट लैंडिंग की भी सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।

मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि कांगड़ा जिला में सड़कों के फोर लेनिंग के कार्य चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन वे साइड एमेनिटीस (राज मार्ग किनारे विकसित होने वाली सुविधाएं) विकसित करने की दिशा में भी कार्य योजना बनाने को प्राथमिकता दे।

उन्होंने बताया कि पालमपुर में विकसित होने वाले हेली पोर्ट के कार्य को अविलंब शुरू किया जा रहा है। इनके निर्माण की प्रशासनिक और व्यय स्वीकृति दी जा चुकी है। लोक निर्माण विभाग इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। इनके निर्माण पर 13 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी।

मुख्यमंत्री ने कांगड़ा जिला के ढगवार में निर्मित होने वाले अत्याधुनिक मिल्क प्लांट की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि 225 करोड़ से अधिक की राशि से बनने वाले इस मिल्क प्लांट में विभिन्न तरह के उत्पाद तैयार किए जाएंगे। दूध के संग्रहण के लिए 247 सहकारी समितियों का गठन कर लिया गया है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि दूध का संग्रहण करते हुए इस बात का ध्यान रखा जाए कि गाय और भैंस के दूध का अलग-अलग संग्रहण किया जाए।

बैठक में आयुष मंत्री यादविंदर गोमा, पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आर एस बाली, उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, सीपीएस किशोरी लाल, मुख्यमंत्री के राजनैतिक सलाहकार सुनील शर्मा बिट्टू, विधायक नीरज नैयर, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार आईटी गोकुल बुटेल, पूर्व विधायक अजय महाजन,उपायुक्त हेम राज बैरवा समेत अन्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।

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