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ऊना, 20 नवंबर। ऊना में पहली दिसंबर को ‘ईट राइट मेला’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। यह मेला राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक छात्र पाठशाला ऊना के प्रांगण में आयोजित किया जाएगा। मेले का उद्घाटन प्रातः 10 बजे होगा और यह सायं 5 बजे तक चलेगा। इस मेले का मुख्य उद्देश्य जनता को पौष्टिक आहार, स्वास्थ्यवर्धक जीवनशैली, और सही खानपान के प्रति जागरूक करना है। यह जानकारी उपायुक्त जतिन लाल ने बुधवार को मेले की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक के उपरांत दी। उपायुक्त ने मेले की सफलता सुनिश्चित करने के लिए सभी संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उपायुक्त ने कहा कि मेले में स्वास्थ्यवर्धक भोजन के साथ स्वाद और पोषण के महत्व को उजागर करने के लिए सभी विभागों को आकर्षक और जानकारीपूर्ण स्टॉल लगाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रत्येक स्टॉल को सुंदर और एकरूपता में सजाने का विशेष ध्यान रखा जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर स्टॉल पर कुछ न कुछ स्वास्थ्य के लिए लाभदायक और रुचिकर चीजें प्रदर्शित की जाएं, ताकि लोगों में सही और सेहतमंद खानपान के प्रति जागरूकता और रुचि विकसित हो।
मेले में लगेंगे 30 स्टॉल
उपायुक्त ने बताया कि स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थों के प्रदर्शन और प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूल मैदान में 30 आकर्षक स्टॉल और प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी। इन स्टॉल्स के माध्यम से लोगों को पौष्टिक भोजन की आदतें अपनाने और सही आहार के महत्व को समझाने का प्रयास किया जाएगा। इन स्टॉल्स में कृषि, बागवानी, पशुपालन, आयुर्वेद, डीआरडीए, और खाद्य आपूर्ति विभाग सहित अन्य संबंधित विभाग भाग लेंगे। साथ ही, स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए स्थानीय खाद्य पदार्थ, जैविक उत्पाद और पारंपरिक व्यंजन भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
पारंपरिक व्यंजनों के स्वाद के साथ गुड़ की चाय की चुस्की
जतिन लाल ने बताया कि पारंपरिक व्यंजनों और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए मेले में विशेष स्टॉल लगाए जाएंगे। हिमाचल के पारंपरिक व्यंजनों का एक अलग स्टॉल होगा, जहां केवल स्वास्थ्यवर्धक और पौष्टिक डिशेज़ पेश की जाएंगी। इसमें तले-भुने, सफेद चीनी और मैदे से बने उत्पादों को शामिल नहीं किया जाएगा। मेले में लोग गुड़ की चाय की चुस्की भी ले सकेंगे। इसके साथ ही, गाय, भैंस और बकरी के दूध, दही, पनीर, और अन्य डेयरी उत्पाद उपलब्ध होंगे।
इसके अलावा, केमिकल मुक्त प्राकृतिक खेती उत्पादों और आयुर्वेदिक उत्पादों को जीवनशैली में शामिल करने के उपाय और फायदे भी समझाए जाएंगे। ऊना में उगने वाले विभिन्न प्रकार के फलों और उनसे तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी भी मेले का हिस्सा होगी, जहां इनसे संबंधित जानकारियां साझा की जाएंगी।
मेले में होगी बेस्ट शेफ प्रतियोगिता
बेहतरीन स्टॉल और शानदार उत्पाद के लिए भी मिलेगा पुरस्कार
मेले में बेस्ट शेफ प्रतियोगिता का आयोजन एक खास आकर्षण होगा। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागी मौके पर ही अपनी डिश तैयार करेंगे, जिसके आधार पर सबसे उत्कृष्ट शेफ को चुना जाएगा और सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही, मेले में लगाए गए स्टॉल्स को भी उनकी रचनात्मकता, प्रस्तुति और गुणवत्ता के आधार पर आंका जाएगा। सबसे बेहतरीन स्टॉल और शानदार उत्पाद प्रस्तुत करने वालों को भी पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाएगा।
मिनी मैराथन का होगा आयोजन
मेले के तहत पहली दिसंबर को प्रातः 6 बजे महिला, पुरुष व वरिष्ठ नागरिकों की तीन श्रेणियों में मिनी मैराथन आयोजित की जाएगी । इसके अलावा मेले में लोक संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। स्कूल मैदान में मेडिकल चैकअप और रक्तदान शिविर भी लगाए जाएंगे।
मेले में होंगी खेलकूद और मनोरंजन गतिविधियां
मेले में खेल गतिविधियों के आयोजन के साथ विभिन्न मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान रस्सा-कशी, म्यूजिकल चेयर, साइकलिंग, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, चित्रकला, नृत्य, नारा लेखन, गीत-संगीत सहित लगभग 15 प्रकार की गतिविधियां और प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी ।
बता दें, भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा प्रदेश में 3 जिलों ऊना, सिरमौर और किन्नौर में जिला मुख्यालयों पर ईट राइट मेले का आयोजन किया जाना है। इसी कड़ी में ऊना में पहली दिसंबर को मेले का आयोजन होगा।
बैठक में एएसपी संजीव भाटिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.के. वर्मा, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा जगदीश धीमान, खाद्य आपूर्ति नियंत्रक राजीव शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
मेले में लगेंगे 30 स्टॉल
उपायुक्त ने बताया कि स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थों के प्रदर्शन और प्राकृतिक खेती के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूल मैदान में 30 आकर्षक स्टॉल और प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी। इन स्टॉल्स के माध्यम से लोगों को पौष्टिक भोजन की आदतें अपनाने और सही आहार के महत्व को समझाने का प्रयास किया जाएगा। इन स्टॉल्स में कृषि, बागवानी, पशुपालन, आयुर्वेद, डीआरडीए, और खाद्य आपूर्ति विभाग सहित अन्य संबंधित विभाग भाग लेंगे। साथ ही, स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए स्थानीय खाद्य पदार्थ, जैविक उत्पाद और पारंपरिक व्यंजन भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
पारंपरिक व्यंजनों के स्वाद के साथ गुड़ की चाय की चुस्की
जतिन लाल ने बताया कि पारंपरिक व्यंजनों और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए मेले में विशेष स्टॉल लगाए जाएंगे। हिमाचल के पारंपरिक व्यंजनों का एक अलग स्टॉल होगा, जहां केवल स्वास्थ्यवर्धक और पौष्टिक डिशेज़ पेश की जाएंगी। इसमें तले-भुने, सफेद चीनी और मैदे से बने उत्पादों को शामिल नहीं किया जाएगा। मेले में लोग गुड़ की चाय की चुस्की भी ले सकेंगे। इसके साथ ही, गाय, भैंस और बकरी के दूध, दही, पनीर, और अन्य डेयरी उत्पाद उपलब्ध होंगे।
इसके अलावा, केमिकल मुक्त प्राकृतिक खेती उत्पादों और आयुर्वेदिक उत्पादों को जीवनशैली में शामिल करने के उपाय और फायदे भी समझाए जाएंगे। ऊना में उगने वाले विभिन्न प्रकार के फलों और उनसे तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी भी मेले का हिस्सा होगी, जहां इनसे संबंधित जानकारियां साझा की जाएंगी।
मेले में होगी बेस्ट शेफ प्रतियोगिता
बेहतरीन स्टॉल और शानदार उत्पाद के लिए भी मिलेगा पुरस्कार
मेले में बेस्ट शेफ प्रतियोगिता का आयोजन एक खास आकर्षण होगा। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागी मौके पर ही अपनी डिश तैयार करेंगे, जिसके आधार पर सबसे उत्कृष्ट शेफ को चुना जाएगा और सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही, मेले में लगाए गए स्टॉल्स को भी उनकी रचनात्मकता, प्रस्तुति और गुणवत्ता के आधार पर आंका जाएगा। सबसे बेहतरीन स्टॉल और शानदार उत्पाद प्रस्तुत करने वालों को भी पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाएगा।
मिनी मैराथन का होगा आयोजन
मेले के तहत पहली दिसंबर को प्रातः 6 बजे महिला, पुरुष व वरिष्ठ नागरिकों की तीन श्रेणियों में मिनी मैराथन आयोजित की जाएगी । इसके अलावा मेले में लोक संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। स्कूल मैदान में मेडिकल चैकअप और रक्तदान शिविर भी लगाए जाएंगे।
मेले में होंगी खेलकूद और मनोरंजन गतिविधियां
मेले में खेल गतिविधियों के आयोजन के साथ विभिन्न मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान रस्सा-कशी, म्यूजिकल चेयर, साइकलिंग, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, चित्रकला, नृत्य, नारा लेखन, गीत-संगीत सहित लगभग 15 प्रकार की गतिविधियां और प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी ।
बता दें, भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा प्रदेश में 3 जिलों ऊना, सिरमौर और किन्नौर में जिला मुख्यालयों पर ईट राइट मेले का आयोजन किया जाना है। इसी कड़ी में ऊना में पहली दिसंबर को मेले का आयोजन होगा।
बैठक में एएसपी संजीव भाटिया, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.के. वर्मा, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा जगदीश धीमान, खाद्य आपूर्ति नियंत्रक राजीव शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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