Himachal Tourism: कांगड़ा जल्द बनेगा प्रदेश का टूरिज्म कैपिटल, 390 करोड़ की लागत से होंगे ये अत्याधुनिक काम

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हिमाचल प्रदेश की राजनीति में जिला कांगड़ा (Kangra) का अत्यधिक प्रभाव है. कांगड़ा से ही हिमाचल प्रदेश की सत्ता की राह निकलती है.

समय-समय पर कांगड़ा को शीतकालीन राजधानी बनाने की बातें उठती रही है. साल 2017 में तो इस बाबत अधिसूचना तक जारी कर दी गई थी, जिसे बाद में वापस लेना पड़ा था. ऐसे में अब साल 2023 में भी जिला कांगड़ा की महत्ता बरकरार है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) के नेतृत्व वाली सरकार ने अब कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने के लिए काम शुरू कर दिया है. इसके लिए साल 2023-24 के बजट में भी घोषणा की गई है.

 

हिमाचल प्रदेश सरकार जिला कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के तौर पर विकसित करने जा रही है. इसे लेकर सरकार ने विभिन्न परियोजनाओं का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है. भविष्य में पर्यटकों को कांगड़ा में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी. इससे हिमाचल घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों को बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी. हिमाचल प्रदेश की जीडीपी में पर्यटन कारोबार का 4.3 फीसदी हिस्सा है. हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. यहां सुंदर धौलाधार पर्वत, ऐतिहासिक मंदिर और साहसिक गतिविधियां मौजूद हैं. ऐसे में सरकार कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के तौर पर विकसित करने के साथ ही लोगों के रोजगार के बारे में विचार कर रही है.

 

बनखंडी में बनेगा चिड़िया घर

इसके लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक की ओर से स्वीकृत 390 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इससे युवाओं को रोजगार मिलने के साथ हिमाचल प्रदेश की पहचान विश्व पटल में और अधिक सशक्त होगी. पर्यटन राजधानी कांगड़ा के देहरा विधानसभा क्षेत्र के बनखंडी इलाके में 180 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है. इस भूमि में एक आधुनिक चिड़ियाघर बनाया जाएगा. इसके लिए अनुमानित लागत 300 करोड़ रुपये है. इससे इलाके के लोगों को रोजगार मिलेगा और बनखंडी भी देशभर के लोगों के लिए एक जाना पहचाना स्थान बनेगा. प्रदेश सरकार की ओर से इसके अलावा पौंग बांध में हाउस बोट, क्रूज और वॉटर एक्टिविटी को भी बढ़ाया जा रहा है.

 

कांगड़ा एयरपोर्ट का भी जल्द होगा विस्तार

जिला कांगड़ा एक धार्मिक जिला भी है. यहां बने मंदिरों के दर्शन के लिए धार्मिक पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा. सरकार ने कांगड़ा हवाई अड्डे के रनवे की लंबाई को 1 हजार 376 से बढ़ाकर 3 हजार 010 मीटर करने की योजना बना रखी है. इसके अलावा जिला कांगड़ा के रक्कड़ में हेलीपोर्ट भी बनाया जा रहा है. इस हेलीपोर्ट के बनने से इलाके में आवाजाही सुगम हो सकेगी.

 

 

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