मनाली व लाहौल में हिमपात, अटल टनल सैलानियों के लिए बंद। मनाली व लाहौल के पर्यटन स्थलों में हिमपात हो रहा है। मैदानी क्षेत्रों से मनाली पहुंच रहे पर्यटकों को दिसम्बर व जनवरी जैसी ठंड का सामना करना पड़ रहा है।
मनाली के निकटवर्ती सोलंगनाला, पलचान, नेहरू कुंड, कोठी, मझाच व बुरुआ भी बर्फ के फाहों से सराबोर…
मनाली व लाहौल के पर्यटन स्थलों में हिमपात हो रहा है। मैदानी क्षेत्रों से मनाली पहुंच रहे पर्यटकों को दिसम्बर व जनवरी जैसी ठंड का सामना करना पड़ रहा है। मनाली के निकटवर्ती सोलंगनाला, पलचान, नेहरू कुंड, कोठी, मझाच व बुरुआ भी बर्फ के फाहों से सराबोर हुए हैं। बुधवार को पर्यटकों को बर्फ का दीदार करने लाहौल नहीं जाना पड़ा। मंगलवार व बुधवार को मनाली आने वाले पर्यटक भाग्यशाली रहे उन्हें मनाली के निकटवर्ती क्षेत्रों में ही आसमान से गिरते बर्फ के फाहों का आनंद लेने का मौका मिल गया।
बहुत कम पर्यटक ऐसे भग्यशाली रहते हैं जो मनाली व आसपास के क्षेत्रों में बर्फ के फाहों का आनंद उठा पाते हैं। बर्फ के फाहों का आनंद लेने नेहरूकुंड से सोलंगनाला तक पर्यटकों को भीड़ उमड़ी। कुछेक पर्यटक फोर व्हील ड्राइव वाहनों में अटल टनल के साऊथ पोर्टल भी जा पहुंचे लेकिन सुरक्षा व्यवस्था व हिमपात को देखते हुए उन्हें लाहौल की ओर नहीं जाने दिया गया और सोलंग की ओर वापस भेज दिया गया। हिमपात के चलते अटल टनल सैलानियों के लिए बंद रही। स्थानीय फोर व्हील ड्राइव वाहन ही हल्के हिमपात के बीच मनाली-केलांग के बीच चलते रहे।
अप्रैल के तीसरे सप्ताह भी हिमपात होने से भारी ठंड का सामना करना पड़ रहा है लेकिन हिमपात से पर्यटन को गति मिलने की उम्मीद है। होटल एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर ने कहा कि ताजा हिमपात से पर्यटन को पंख लगेंगे। यह वीकैंड भी पर्यटन की दृष्टि से बेहतर रहेगा। वहीं डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने बताया कि आज पर्यटकों को अटल टनल के उस पार जाने की अनुमति नहीं रही। उन्होंने पर्यटकों से आग्रह किया कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में न जाएं, वीरवार को भी टनल की ओर पर्यटकों की आवाजाही मौसम पर निर्भर रहेगी।
By पंजाब केसरी
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