उपायुक्त ने बसाल में रोपित किया बेहड़ा का औषधीय पौधा

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ऊना, 28 जुलाई – धरती पर तेजी से हो रहे पर्यावरणी बदलाव से न केवल मानव बल्कि सभी जीव-जंतुओं के जीवन के लिए अनेकांे खतरे पैदा हो रहे हैं। ऐसे में आज पृथ्वी के संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि हम आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ अच्छा छोड़ कर जा सकें। यह बात उपायुक्त, ऊना राघव शर्मा ने बसाल में औषधीय पौधा बेहड़ा का रोपण करने के उपरांत कहीं। उन्होंने कहा बसाल में एक हैक्टेयर भूमि पर 800 पौधे रोपित किए जाएंगे जिसमें खैर, शीशम, किकर, जामुन व बेहड़ा के पौधे शामिल हैं।

राघव शर्मा ने कहा कि पौधा रोपण करके पर्यावरण संरक्षण का संदेश लोगों तक पहुंचाना है। पर्यावरण हमारा सांझा संसाधन है कोई इसका अकेला स्वामी नहीं है। हम सब लोग इससे जीवन का निर्वहन करते हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण पर बढ़ते मानवीय दबाव के कारण जहां हमारी जल, जंगल व जमीन लगातार प्रभावित हो रही है तो वहीं पर्यावरणीय असंतुलन के कारण इन्सान को कई तरह के खतरों से जूझना पड रहा है। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने का आहवान किया। 

डीसी ने कहा कि वृक्ष हमारी प्रकृति व जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और पर्यावरण सरंक्षण में इनका अमूल्य योगदान है। उन्होंनेे कहा अगर हमें जल और गहराते पर्यावरण संकट से निजात पाना है तो पौधरोपण करना होगा। जब तक प्रत्येक व्यक्ति पौधरोपण को अपना नैतिक कर्तव्य नहीं समझेगा, इस संकट का समाधान संभव नहीं है। उन्होंने समाज के हर वर्ग से पर्यावरण के साथ संतुलन स्थापित करने और धरती को बचाने के लिए सकारात्मक सहयोग प्रदान करने का आहवान किया।

उन्होंने बच्चों से भी आहवान किया कि वे अपने-अपने जन्मदिन के अवसर पर एक-एक पौधा अवश्य लगाएं ताकि हमारा आसपास का वातारण शुद्ध व हरा-भरा रह सके।

इस मौके पर डीएफओ ऊना सुशील कुमार सहित वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी ने भी पौधा रोपण किया।

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