ऊना, 16 अक्तूबर – हिमाचल प्रदेश विधानसभा स्थानीय निधि लेखा समिति की बैठक सोमवार को जिला परिषद हॉल ऊना में स्थानीय निधि लेख समीति के अध्यक्ष इन्द्रदत्त लखनपाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में समिति के सभापति इन्द्रदत्त लखनपाल, सदस्य सतपाल सिंह सत्ती, केवल सिंह पठानिया, पूर्ण चंद ठाकुर, कुलदीप सिंह राठौर व हरीश जनारथा ने हिमाचल प्रदेश राज्य लेखा परीक्षा विभाग के तहत आने वाले विभिन्न विभागों स्थानों बोर्डों इत्यादि अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक की तथा संबंधित विभागों और संस्थानों के ऑडिट पैरों के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि स्थानीय निधि लेखा समिति की पहली बैठक है जोकि अत्यधिक महत्वपूर्ण है। जिन विभागों ने बैठक के लिए विभाग से संबंधित ऑडिट रिपोर्ट नहीं भेजी है, चाहे वे शून्य है, ऑडिट हुआ है या नहीं की पूरी डिटेल तैयार कर उपायुक्त के माध्यम से एक माह के भीतर रिपोर्ट समिति को उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कुल ऑडिट पैरे किस अवधि से चले आ रहे हैं और निस्तारण संबंधित पूर्ण जानकारी अधिकारियों को होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त जिन-जिन कार्यों के लिए धनराशि स्वीकृत की गई तथा जिन कार्यों पर धनराशि नहीं खर्च नहीं की गई है इसकी सम्पूर्ण रिपोर्ट भी समिति को प्रस्तुत करने की आदेश दिए।
उन्होंने विकासखंड अधिकारियों को निर्देश दिए कि पंचायतों में विकास कार्यों के लिए पूर्व में योजना तैयार करें जिसमें कार्य की उचित ड्राईंग तथा फिजीबिल्टी रिपोर्ट आवश्यक होनी चाहिए ताकि बेहतर कार्यों को अंजाम दिया जा सके और धनराशि का भी सदुपयोग सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि अधिकारी कार्यों को गंभीरता से लें तथा लंबित ऑडिट पैरों का शीघ्र निस्तारण करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने उपायुक्त को भी निर्देश दिए कि वे सभी विकास खंड अधिकारियों की बैठक लें।
उन्होंने एपीएमसी को भी निर्देश दिए कि वे सभी सम्पतियों का सही ढंग से रख-रखाव करें तथा किसानों को लाभान्वित करने के लिए अपनी पहुंच को आगे बढ़ाएं ताकि अधिक से अधिक किसान लाभ उठा सके। समिति ने शहरी निकायों व नगर पंचायतों की आय को बढ़ाने के लिए विभिन्न वसूलियों की निर्धारित समयबद्ध वसूली करने के लिए भी निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि सरकारी धनराशि की एफडी के लिए राष्ट्रीकृत बैंकों या प्रदेश के सहकारी बैंकों को ही प्राथमिकता दी जाए।
माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर न्यास की समीक्षा करते हुए सभा इंद्रदत्त लखनपाल ने बताया कि मंदिर न्यास द्वारा लोगों की सहायता के लिए तथा श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु विभिन्न विकासात्मक कार्य करवाए जा रहे हैं जोकि सराहनीय हैं। समिति ने निर्देश दिए कि मंदिर न्यास के अधिकारी न्यास के लंबित पैरों का तुरंत निवारण करने के लिए शीघ्र कार्रवाई करें तथा जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं उनका उपयोगिता प्रमाण पत्र लें ताकि पैरों का समाधान किया जा सके।
उन्होंने कहा कि ऊना बॉर्डर जिला होने के चलते यहां नशा एक गंभीर समस्या बना हुआ है। उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि नशे के जिला में किस रास्ते से नशा आ रहा है उस पर पूर्ण ध्यान केंद्रित करें। उन्होंने कहा कि नशा युवा पीढ़ी का नाश कर रहा है जिससे कम आयु वर्ग के बच्चें भी नशे की चपेट में आ रहे हैं। उन्होंने आमजन से भी आग्रह किया कि युवा पीढ़ी को नशे से बचाना है तो पुलिस का पूर्ण सहयोग करें।
उपायुक्त राघव शर्मा ने समिति को आश्वसत किया कि समिति द्वारा जो भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं उनकी अक्षरशः अनुपालना की जाएगी। उन्होंने कहा कि समिति द्वारा जो भी रिपोर्टे मांगी गई हैं उन्हें निर्धारित समयावधि में समिति को उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
इस मौके पर कुटलैहड़ विधायक देवेंद्र सिंह भुट्टो, जिला कांग्रेस अध्यक्ष रणजीत राणा के अतिरिक्त विधानसभा के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा जिला के समस्त विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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